कूची, 08 जनवरी: ( पी टी आई ) वज़ीर ए आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह ने आज कहा कि तवानाई कीमतों को बैन उल अक़वामी कीमतों के मुताबिक़ बनाए जाने की ज़रूरत है ताकि मुक़र्ररा निशानों के मुताबिक़ और देरपा तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाया जा सके । बी पी सी एल कूची रिफ़ायनरी प्रॉजेक्ट का संग बुनियाद रखने की तक़रीब से ख़िताब करते हुए उन्होंने कहा कि मुल्क में हनूज़ तवानाई कीमतें बैन उल-अक़वामी कीमतों से कम हैं और कोयला और पेट्रोलीयम अशिया-ओ-क़ुदरती गैस की कीमतें बैन उल-अक़वामी कीमतों से कम हैं।
उन्होंने कहा कि मुक़र्ररा शरह के मुताबिक़ हमा जहती और देरपा तरक़्क़ी के लिए ज़रूरी है कि मरहला वार अंदाज़ में तवानाई की कीमतों को बैन उल-अक़वामी मार्केट के मुताबिक़ किया जाये । उन्होंने कहा कि मर्कज़ी-ओ-रियासती हुकूमतों को अवाम में शऊर बेदार करना चाहीए । उन्होंने अंदरून-ए-मुल्क तेल और गैस के ज़ख़ाइर से इस्तिफ़ादा के लिए सरमायाकारी की ज़रूरत पर ज़ोर दिया ।