तशकील तेलंगाना( तेलंगाना बनाने) पर गैर यक़ीनी सूरत‍-हाल

अवामी मसाइल(मसले/समस्य‌) का अंबार , हुकूमत से वज़ाहत(विस्तार/बात) करने का मुतालिबा(गुज़ारिश‌) : बीवी राघवल्लू
रियासती सी पी आई एम ने अलहदा(अलग‌) रियासत तेलंगाना की तशकील(तैयारी) के मसले पर कोंग्रेस , तलगुदेशम और वाई एस आर कोंग्रेस पार्टी से अपने क़तई मौक़िफ़(बात) को वाज़िह(ज़हिर) करने , रियासत में इदारा(कार्यले) जात मुक़ामी(स्थान्य‌) के फ़ौरी तौर पर इंतिख़ाबात मुनाक़िद(चुनाव‌) करवाने , मदारिस में तलबा तालिबात(विधियार्थी/छात्रों) के लिये दर्सी कुतुब(किताबे) और यूनीफार्मस की फ़राहमी(देने) के अलावा रियासती इलेक्ट्रिसिटी रैगूलेटरी कमीशन की जानिब(तरफ‌) से 8000 करोड़ रुपय फ्यूल चार्ज अर्जेस्टमेंट‌ की वसूली से मुताल्लिक़(संबंधित) तजावीज़(सबूत) पर इन रुक़ूमात का बोझ अवाम(जनता) पर आह‌द किया(लगाया) जाएगा यह रियासती हुकूमत अज़ ख़ुद बर्दाश्त करेगी ।

हुकूमत के मौक़िफ़(बात‌) को वाज़िह करने का रियासती चीफ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी से मुतालिबा(गुज़ारिश‌) किया । अलावा अज़ीं नए तालीमी साल का आग़ाज़(शुरु) होने के बावजूद(बाद‌) दर्सी कुतुब(किताबे) और यूनीफार्मस की तलबा-तालिबात(विधियार्थी/छात्रों) को फ़राहमी(देने) में महिकमा तालीमात की नाकामी और‌ फ़ौरी तौर पर दर्सी कुतुब(किताबे)यूनीफार्म की फ़राहमी(देने) को यक़ीनी बनाने का रियासती हुकूमत से मुतालिबा(गुज़ारिश‌) किया ।

रियासती सी पी आई एम कमेटी के दो रोज़ा मुनाक़िदा इजलास(दो दिन हुई मीटिंग) के बाद अख़बारी नुमाइंदों(सदस्य) से बात चीत करते हुए मिस्टर बीवी राघवल्लू सैक्रेटरी रियासती सी पी आई एम ने ये बात कही और बताया कि इस इजलास (मीटिंग)में मज़कूरा अहम मौज़ूआत पर तफ़सीली ग़ौर किया गया । उन्हों ने कहा कि रियासत में अहम मसला अलहदा(अलग‌) रियासत तेलंगाना की तशकील(तैयारी) के मुतालिबा(गुज़ारिश‌) पर गैर यक़ीनी सयासी सूरत-हाल पाई जाती है जिस की वजह से रियासत कि तरक़्क़ी बिलकुल्लिया तौर पर ठप होचुकी है । कोई भी सरमाया कारी(निवेश)करने यह सनअती इदारे(कायार्ले) क़ायम करने के लिये पहल नहीं कररहे हैं जब कि कोंग्रेस पार्टी ने साल 2004 में अलहदा रियासत तेलंगाना तशकील(तैयारी) देने का वाज़िह तीक़न दे चुकी है । लेकिन अब इस मसले पर टाल मटोल की पॉलीसी इख़तियार की हुई है । लिहाज़ा अलहदा(अलग) रियासत तेलंगाना की तशकील(तैयारी) के लिये कोई क़तई यकसूई (बेफिक्री)करने केलिये रियासती हुकूमत से मूसिर-मुसबत इक़दामात करने और बरसर-इक्तदार कोंग्रेस पार्टी तलगु देशम पार्टी और वाई एस आर कोंग्रेस पार्टी से अलहदा(अलग‌) रियासत तेलंगाना की तशकील(तैयारी) के मुतालिबा(पसले) पर अपने क़तई मौक़िफ़(मोखे) से रियासती अवाम(जनता) को वाक़िफ़ करवाने का मुतालिबा (गुज़ारिश‌)किया । और बताया कि रियासती सी पी आई एम मुत्तहदा रियासत की ही हामी है लेकिन मज़कूरा तीनों सयासी पार्टियां हर इलाखे में हालात के एतबार से अपना इज़हार ख़्याल कररही हैं।

सैक्रेटरी रियासती सी पी आई एम ने इदारा जात(कार्याले) मुक़ामी की मीआद मुकम्मल हुए एक तवील अर्सा होगया । लेकिन अब तक कोई इंतिख़ाबात मुनाक़िद(चुनाव‌) ना करते हुए पंचायत राज बलदी इदारा जात(कार्याले) सरकारी ओहदेदारों के ज़रीया चलाए जा रहे हैं ।जिस की वजह से अवामी मसले की यकसूई नहीं होरही है लिहाज़ा इदारा जात मुक़ामी के फ़ौरी तौर पर किसी ताख़ीर के बगैर इंतिख़ाबात मुनाक़िद(चुनाव‌) करने का हुकूमत से मुतालिबा किया और कहाकि अगर इदारा जात(कार्याले) मुक़ामी पंचायत राज और बलदी इंतिख़ाबात मुनाक़िद(चुनाव‌) होने की सूरत में रियासती सी पी आई एम तन्हा इंतिख़ाबात(चुनाव‌) में हिस्सा लेगी और दीगर(अन्य) बाएं बाज़ू(दुसरी तरफ‌) इत्तिहाद की ताईद(पहेल/सिफारिश‌) हासिल करने की कोशिश करने का इज़हार करते हुए कहा कि सी पी आई से अपने साबिक़ा मौक़िफ़ पर अज़ सर नौ ग़ौर करने का मुतालिबा(गुज़ारिश‌) किया और बताया कि इस सिलसिला में वो सैक्रेटरी रियासती सी पी आई मिस्टर के ना रावना को एक मकतूब तहरीर कर के रवाना करेंगे । मासटर बीवी राघवल्लू ने रियासत में नया तालीमी साल शुरू हुए तक़रीबा एक माह हुआ है । लेकिन अब तक दर्सी कुतुब और यूनीफार्मस तलबा-ए-ओ- तालिबात को फ़राहम(मज़ुर) ना किए जाने पर रियासती हुकूमत को अपनी सख़्त तन्क़ीद(आलोचना) का निशाना बनाया और हर महाज़(मुखाबले) पर नाकाम होजाने का रियासती हुकूमत पर इल्ज़ाम अहेद किया और सरकारी मदारिस के तलबा-तालिबात(विधियार्थी/छात्रों) को फ़ौरी तौर पर दर्सी कुतुब(किताबे)और यूनीफोम फ़राहम(मज़ुर)करने के लिये इक़दामात(इंतेज़ाम‌) करने का रियासती हुकूमत से मुतालिबा(गुज़ारिश‌) किया ।।