लखनऊ, 29 अगस्त: उत्तर प्रदेश के लखनऊ वाकेय चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस टीम की तरफ से दबोचे गए तीनों तस्कर सोने को बड़ी आंत में छिपाने एक्सपर्ट हैं।
इसका खुलासा तब हुआ जब डाक्टरों के सामने तस्करों ने खुद ही चार किलो सोना प्राइवेट पार्ट से 10 मिनट में निकालने की पेशकश की। हालांकि डाक्टरो ने तस्करों को अस्पताल में यह जोखिम उठाने नहीं दिया और एनिमा के जरिए सोने को निकाल लिया।
डीआरआई टीम ने सोने के तस्करों तजिंदर, परमिंदर एवं वरिंदर को मंगल की शाम करीब 4:00 बजे उस वक्त हिरासत में लिया था जब वह सऊदी अरब की फ्लाइट से उतरकर कर एयरपोर्ट के बाहर निकले थे।
टीम ने तस्करों को हिरासत में लेने के बाद गोमतीनगर स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गए और बारी-बारी से एक्सरे कराए जिसमें उनके पेट में माद्दा (धातु) होने का पता चला।
अस्पताल के चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ. आरसी अग्रवाल ने बताया कि सर्जन की टीम ने तस्करों के प्राइवेट पार्ट में एनिमा लगाया। इसके बाद प्राइवेट पार्ट को सुन्न कर सोना बाहर निकाला जो छोटे एवं पतले बिस्किट और सिक्के के तौर पर थे।