तहक़ीक़ात के नाम पर मुस्लिम नौजवानों को हिरासानी तशवीशनाक

हैदराबाद 25 फ़रवरी शहर हैदराबाद में हुए बम धमाकों के बाद मुस्लिम नौजवानों को इन धमाकों के इल्ज़ाम में माख़ूज़ करने के ख़दशात के साथ ही क़ौमी सतह के इंसानी हुक़ूक़ कारकुनों ने शहर हैदराबाद की पुलिस की सरगर्मीयों पर नज़र रखना शुरू कर दिया था ।

आज सुबह जब मुस्लिम नौजवानों की गिरफ़्तारी का सिलसिला शुरू हुआ तब ही क़ौमी सतह के हक़ूक़-ए-इंसानी के तहफ़्फ़ुज़ के लिए सरगर्म क़ाइदीन ने गिरफ़्तारीयों के मुताल्लिक़ तफ़सीलात से आगाही हासिल करनी शुरू करदी ।

हैदराबाद में हुए बम धमाकों और इस के बाद पूछताछ के नाम पर की जा रही गिरफ़्तारीयों और हिरासानी से मुताल्लिक़ आगाही हासिल करने की ग़रज़ से तीन अलहदा अलहदा टीमों की हैदराबाद आमद मुतवक़े है।

बताया जाता है कि क़ौमी क़ाइदीन से रास्त नुमाइंदगी के अहल नामवर समाजी कारकुन हक़ायक़ से आगाही हासिल करने के लिए शहर हैदराबाद का दौरा करने का मंसूबा रखते हैं ।

मुल्क के दार-उल-हकूमत दिल्ली में आज हैदराबाद में हुई मुस्लिम नौजवानों की गिरफ़्तारी के साथ ही हलचल पैदा हो गई और इस सिलसिले में बरसर-ए-इक़तिदार कांग्रेस के एक आला क़ाइद की चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी से बातचीत की भी इतेलाआत हैं । बावसूक़ ज़राए के बमूजब हैदराबाद में मुस्लिम नौजवानों की गिरफ़्तारी के साथ ही दिल्ली और महाराष्ट्रा में सरगर्म समाजी कारकुनों ने बरसर-ए-इक़तिदार जमात के आला क़ाइदीन से रब्त क़ायम करते हुए शदीद एहतिजाज किया और बताया कि जिन नौजवानों को मक्का मस्जिद बम धमाके में बेक़सूर क़रार देते हुए रहा किया गया था अब उन्हें एक मर्तबा फिर हिरासानी का सिलसिला शुरू किया गया जो कि पुलिस की मुस्लिम दुश्मन ज़हनीयत की अक्कासी कररहा है ।

महाराष्ट्रा से ताल्लुक़ रखने वाले हिनदू दहश्तगर्दी का पर्दा फ़ाश करते हुए हिनदूतवा और ज़ाफ़रानी दहश्तगर्दी पर किताब तहरीर करने वाले समाजी कारकुन राम पुनियानी के अलावा सुरेश खैरनार फ़िरोज़ मीठी बोर वाला और दीगर पर मुश्तमिल एक हक़ायक़ से आगाही की टीम के इसी हफ़्ते के अवाख़िर तक हैदराबाद के दौरे का इमकान है ।

अलावा अज़ीं दिल्ली और उत्तरप्रदेश में सरगर्म समाजी कारकुन जो कि बेक़सूर मुस्लिम नौजवानों की गिरफ़्तारीयों के ख़िलाफ़ जद्द-ओ-जहद और जेलों में बंद नौजवानों को रहा करवाने की कोशिशों में मसरूफ़ है उन के भी एक वफ़द के हैदराबाद पहूंच कर हक़ायक़ से आगाही हासिल करते हुए मर्कज़ को रिपोर्ट पेश किए जाने का इमकान है ।

हैदराबाद में मुस्लिम नौजवानों की गिरफ़्तारी के साथ ही दार-उल-हकूमत दिल्ली में समाजी कारकुनों की तारफ से मसला उठाए जाने के साथ ही मर्कज़ी हुकूमत के हरकत में आने की इतेलाआत मेसूल होरही हैं । अलावा अज़ीं समाजी तंज़ीमों के ज़िम्मेदार एन आई ए के पहूंचने के बावजूद रियास्ती तहक़ीक़ाती एजेंसी यों की तारफ से अपने तौर पर तहक़ीक़ात के आग़ाज़ और नौजवानों को हिरासानी को भी तन्क़ीद का निशाना बनारहे हैं ।