तहजीबी कमी का शिकार हो रहा समाज : निजामुद्दीन

जमशेदपुर 1 जुलाई : ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जेनेरल सेक्रेटरी मौलाना निजामुद्दीन ने कहा कि समाज तहजीबी गिरावट का शिकार हो रहा है। क्या हिंदू-क्या मुसलमान, सभी को इस कोफ्त का शिकार होना पड़ रहा है।

इस कमी से बचने के लिए हमें खुद अपनी विरासत और सकाफ़त को संभालना होगा। इतवार को मानगो गांधी मैदान में इमारत- ए- शरिया की तरफ से मुनाक्किद दो रोज कांफ्रेस के एह्तेताम के दौरान तामिर- ए- मिल्लत कांफ्रेंस को खिताब करते हुए मौलाना निजामुद्दीन ने कहा कि अमन और खुसी की तलाश में मुआशरे के लोग इंतेशार की हालत में आते जा रहे हैं। मुआशरे में दहेज का मामला तेजी से बढ़ रहा है।

ख्वातीन पर जुल्म हो रहे हैं, बच्चियों को पैदा होने से पहले ही कत्ल कर दिया जा रहा है। मुआशरे को बेहतर बनाने के लिए अमीर-गरीब के दरमियान की खाई को पाटने के लिए मिलकर एक बेहतर कोशिश की जरूरत है। तमाम को एक-दूसरे के मज़हब और मज़हबी मुकामात का इज्ज़त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शरीयत को अमल करना हर मुसलमान का फ़र्ज़ है, तभी वह अल्लाह के बताये हुए रास्ते पर चल सकता है।

इसके पहले कांफ्रेस को खिताब करते हुए अतिक अहमद बिन फेरे हम तेरे वाले मामलों पर जमकर बरसे। इमारत- ए शरिया के नबी सेक्रेटरी वसी अहमद कासमी ने कहा कि ख्वातीन-बेटियों को मुआशरे में इज्जत और एहतेराम पूरा मिलना चाहिए, लेकिन उन्हें भी परदे की कद्र करनी चाहिए। यह परदा किनसे मिला है, उनके बारे में जरूर सोचना चाहिए।

जिस दिन परदे के अंदर की बात नहीं समङोंगे तो दामिनी जैसी वारदातों को रोकना मुश्किल होगा। मुफ्ती सनाउल्लाह ने कहा कि मुआशरे इल्म की तरक्की के हिसाब से बढ़ रहा है, लेकिन एखालियत के नाम से कम हो रहा है। कांफ्रेंस को कर्नाटक से औबेदुल्लाह, असम से तैयबुर रहमान, गुजरात मुफ्ती अहमद देवला, तामिलनाडू से अब्दुल अजीज, मौलाना अनीसुर रहमान कासमी ने भी खिताब किया।