तहज्जुद की नियत कर के सोना

रसूलुल्लाह स0 ने फरमाया: “जो आदमी अपने बिस्तर पर लेटते वक्त रात को उठ कर (तहज्जुद की) नमाज पढने की नियत करे फिर नींद के गलबे की वजह से सुबह हो जाए तो नियत के मुताबिक उस को नमाज का सवाब मिलेगा और (हुस्न नियत की वजह से) उस का सोना अल्लाह की तरफ से उसके लिए सदका है।