मुल्क में हुए दहशतगर्दाना हमलों के बाद हिन्दुस्तानी सेक्यूरिटी एजेंसियों की तरफ से जारी मुश्तबा दहशतगर्दों की लिस्ट में शामिल तहसीन उर्फ मोनू पर भी शिकंजा कसने लगा है। इंडियन मुजाहिदीन के सरबराह यासीन भटकल की गिरफ्तारी के बाद अब एनआइए के निशाने पर मोनू है। पीर को सेक्यूरिटी एजेंसी के अफसरों ने मोनू के वालिद से खुफिया तौर पर काफी देर तक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान क्या बातें हुईं इसे अवामी नहीं किया गया है।
हैदराबाद बम धमाकों के ज़राये खंगालने में लगी क़ौमी तहक़ीक़ एजेंसी (एनआइए) की टीम की नजर मोनू के अलावा जिले के दीगर पांच और मुश्तबा अफराद पर है। वाकिया में मतलुबा मुल्जिमान के तह तक पहुंचने की कोशिश में शामिल टीम को इस बात की इत्तिला मिली है कि मुश्तबा दहशतगर्द के मजबूत राब्ता ज़राये समस्तीपुर समेत पूरे मिथिलांचल में है। यासीन दरभंगा से समस्तीपुर, मधुबनी और सीमांचल इलाक़े में अपना ताना-बाना बुनता था। हाल में वह दरभंगा में मुनक्कीद एक शादी की तकरीब में हिस्सा लेने भी आने वाला था। टीम ने वहां भी अपना जाल भी बिछाया, था पर वहां उसे कामयाबी नहीं मिली। सरकारी ज़राये की मानें तो टीम वैसे लोगों पर नजर रखे हुए हैं, जिनसे हैदराबाद धमाकों में मलूस मुश्तबा मुल्ज़िम का रिश्ता है। बताते हैं कि उसने समस्तीपुर के पांच लोगों से अभी तक गहरा रिश्ता कायम रखा है। ऐसे में उन लोगों की खोज की जा रही है। ये कौन लोग हैं? उनके बारे जानकारी काफी खुफिया रखी गई है।
पीर को पहुंची एनआइए की टीम में शामिल एक डीएसपी और एक दीगर अफसर ने कल्याणपुर थाने पर मोनू के वालिद को बुलाया और पूछताछ की। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। मालूम हो कि हैदराबाद में 21 फरवरी को हुए सिलसिला धमाकों में तकरीबन डेढ़ दर्जन की मौत हो गई थी, वहीं चार दर्जन से ज्यादा अफराद जख्मी हुए थे। इसमें इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े यासीन भटकल, तहसीन उर्फ मोनू समेत दीगर का नाम सामने आया था। तहसीन पर सेक्युर्टी एजेंसियों की तरफ से दस लाख का इनाम का ऐलान है।