तहफ़्फुज़ात के लिए सुप्रीमकोर्ट के रहनुमायाना ख़ुतूत पर अमल ज़रूरी

कोइम्बतोर: ऑल इंडिया बरहमनस एसोसिएशन‌ की दूसरी क़ौमी कान्फ़्रेंस का23 जनवरी से आग़ाज़ होगा। इस मौक़े पर रियासती हुकूमतों से अपील की जाएगी कि वो सुप्रीमकोर्ट की तरफ‌ से जारी करदा अहकामात और50 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के लिए फ़राहम करदा रहनुमायाना ख़ुतूत पर सख़्ती से अमल करें।

एसोसीएशन‌ के ज़िला सदर राम सुंदरम ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि तमिलनाडु और कर्नाटक में50 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात देने से मुताल्लिक़ सुप्रीमकोर्ट की रोलिंग को मलहूज़ रख रहे हैं। इन रियासतों में तालीमी रोज़गार के शोबों में69 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात दिए जा रहे हैं जबकि सुप्रीमकोर्ट ने सिर्फ50 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की रोलिंग दी है।

इस दो-रोज़ा कान्फ़्रेंस में दोनों रियासतों की हुकूमतों से अपील की जाएगी कि वो समाज के दीगर तबक़ात को भी फ़ायदा पहुँचाया जाये। एसोसीएशन‌ ने इस सिलसिले में सुप्रीमकोर्ट में एक दरख़ास्त दाख़िल की है|