तहफ़्फुज़ात फ़राहमी के लिए मुहम्मद अली शब्बीर के दावे मुस्तर्द

निज़ामाबाद, 29 मार्च: सदर जमइयतुलउलमा आन्ध्रा प्रदेश‍ और‌ एम एल सी हाफ़िज़ पीर शब्बीर अहमद ने शहर निज़ामाबाद के ऑटो नगर में मदरसा मज़हरुल उलूम में सहाफ़ियों से बातचीत करते हुए इस बात का दावा किया कि रियासत में तहफ़्फुज़ात जमइयतुलउलमा की नुमाइंदगी पर फ़राहम किए गए हैं और उन्होंने साबिक़ रियासती वज़ीर मुहम्मद अली शब्बीर की जानिब से तहफ़्फुज़ात पर किए गए दावे को मुस्तर्द करते हुए इस बात को वाज़िह किया कि जमइयतुलउलमा ने 2004 से पहले सदर कुल हिंद कांग्रेस श्रीमती सोनीया गांधी से गांधी भवन में राज शेखर रेड्डी और सदर प्रदेश कांग्रेस डी सिरीनिवास, ग़ुलाम नबी आज़ाद और मुहम्मद अली शब्बीर की मौजूदगी में तहफ़्फुज़ात के मसले पर नुमाइंदगी की थी।

और इक़तिदार में आने के बाद 2004 में चीफ़ मिनिस्टर राज शेखर रेड्डी से दुबारा याददहानी की गई जिस के बाद उन्होंने 5 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम किया था,लेकिन 5% तहफ़्फुज़ात बाक़ी नहीं रहे और 4% तहफ़्फुज़ात के फ़राहमी के बाद दुबारा सुप्रीम कोर्ट तक जमइयतुलउलमा ने ज़ाती मसारिफ़ से वकील को मुक़र्रर किया था।

नुमाइंदा सियासत की जानिब से पूछे गए सवाल के जवाब पर हाफ़िज़ पीर शब्बीर ने कहा कि शब्बीर अली के इलावा जमइयतुलउलमा ने भी इस केस की पैरवी की है उन्होंने कहा कि जमइयतुलउलमा मुसलमानों में मिली शऊर और इत्तिहाद की बेदारी के लिए रियासत गीर मुहिम चलाते हुए जलसों का इनइक़ाद कर रही है और हुकूमत से मुसलमानों के मसाइल के लिए नुमाइंदगियाँ की जा रही हैं।

जमइयतुलउलमा ने 2011 में मुसलमानों के मसाइल के हल के लिए नुमाइंदगी की थी इन में से चंद मसाइल को हल किया गया बाक़ी मसाइल के लिए भी मुसलसिल कोशिश कर रही है और 2014 में निज़ाम कॉलेज ग्राऊंड पर एक अज़ीमुश्शान जलसा मुनाक़िद किया जा रहा है और वरंगल में 27 अप्रेल‌ को और जून के पहले हफ़्ते में निज़ामाबाद में जलसे का इनइक़ाद अमल में लाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि जमइयतुलउलमा मुसलमानों की मआशी और रोज़गार के मसाइल से मुताल्लिक़ हल के लिए कोशां है और सच्चर कमेटी रंगनाथ मिश्रा कमीशन की सिफ़ारिशात पर अमल आवरी के इलावा एस सी, एस टी सब प्लान की तरह मुस्लिम सब प्लान के लिए भी कोशां है उन्होंने वक़्फ़ के मसाइल का ज़िक्र करते हुए कहा कि वक़्फ़ बोर्ड को हासिल होने वाली आमदनी का 7 फ़ीसद हिस्सा वक़्फ़ बोर्ड हासिल करे बाक़ी आमदनी को मुताल्लिक़ा अज़ला में ख़र्च करने का भी मुतालिबा किया।

उन्होंने कहा कि जमइयतुलउलमा ने रियासत में रुकनियत साज़ी मुहिम का आग़ाज़ किया है और 25 लाख अफ़राद को रुकन बनाने का इरादा ज़ाहिर करते हुए कहा कि इस मर्तबा तेलुगू ज़बान में रसाइद शाय किए गए हैं। इस मौक़े पर सदर जमइयतुलउलमा निज़ामाबाद मौलाना सय्यद वली क़ासमी, मौलाना समीउल्लाह, मुफ़्ती शमीम,मौलाना शाकिर, मौलाना इसमाईल आरफ़ी,मुहम्मद अफ़ज़ल, मुहम्मद नसीरुद्दीन मौज़फ़ लेक्चरर, आरिफ़ुल्लाह अख़तर, वसीम अहमद के इलावा दीगर भी मौजूद थे।