शुमाल मश्रिक़ी इलाक़ों से ताल्लुक़ रखने वाले तलबा-ए-ने अरूणाचल प्रदेश के नौजवान नेडो तान्या को मोमबत्ती जला कर इजतिमाई तौर पर ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया और मांग किया कि इन इलाक़ों के नौजवानों के तहफ़्फ़ुज़ के लिए इंसिदाद नसल परस्ती क़ानून वज़ा किया जाये।
जंतर मंतर पर शुमाल मशरिक़ी तलबा-ए-की मुख़्तलिफ़ यूनियनों से वाबस्ता नौजवान जमा होगए और मांग किया कि 19 साला तान्या की मौत की तहक़ीक़ात करवाई जाएं। लाजपत नगर में कुछ दुकानदारों के हमले में तान्या हलाक होगया था जो अरूणाचल प्रदेश के कांग्रेस एम एलए का बेटा था। वहां मौजूद एहितजाजी इंसिदाद नसल परस्ती क़ानून वज़ा करने का मांग कररहे थे ताकि शुमाल मशरिक़ी रियासतों के नौजवानों को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम किया जा सके।
दिल्ली हाइकोर्ट ने भी अरूणाचल प्रदेश के तालिब-ए-इल्म की हलाकत का खु़द नोटिस लेते हुए मर्कज़ी हुकूमत को हिदायत की है कि इस मुआमले की रिपोर्ट पेश की जाये। याद रहे कि गुजिश्ता दो दिनों से मीडिया में तान्या की हलाकत की ख़बरें गश्त कररही हैं। चीफ़ जस्टिस एन वी रामना और राजीव सहाय ऐंड लाव पर मुश्तमिल एक बेंच ने वज़ारते दाख़िला, हुकूमत दिल्ली और दिल्ली पुलिस को नोटिसें जारी की हैं जिस में उन्हें हिदायत की गई है कि इस मुआमले के मौजूदा मौक़िफ़ की रिपोर्ट 5 फ़रवरी तक पेश की जाये।
यही नहीं बल्कि शुमाल मश्रिक़ रियासतों से ताल्लुक़ रखने वाले तलबा-ए-के तहफ़्फ़ुज़ के लिए किए गए इक़दामात से भी सुप्रीम कोर्ट को वाक़िफ़ करवाया जाये। यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि नेडो तान्या अरूणाचल प्रदेश एम एलए का बेटा था। जुनूबी दिल्ली के लाजपत नगर के कुछ दुकानदारों ने उसकी ज़बर्दस्त पिटाई की थी। उन्होंने तान्या के बालों के इस्टाईल का मजाक उड़ा दिया था।
जिस पर तान्या ने ब्रहम होकर दुकानदारों के साथ बदजुबानी की थी। दुकानदारों की शदीद ज़द्द-ओ-कूब के बाद तान्या 30 जनवरी को फ़ौत होगया था।