तामिळनाडू में जंगल राज, रियासती वुज़रा लुटेरे बन गए

चेन्नई

तमाम महाज़ों पर अन्ना डी ऐम के हुकूमत की नाकामी के ख़िलाफ़ तन्क़ीद करते हुए डी एम के लीडर एम के स्टालिन ने ये इल्ज़ाम आइद किया कि चीफ़ मिनिस्टर पनीर सेल्वम काबीना की वुज़रा लुटेरे बन गए हैं जोकि डरा धमकाकर भारी रक़ूमात वसूल कररहे हैं जिस के बाइस तामिळनाडू की हालत इंतेहाई तशवीशनाक होगई है।

चीफ़ मिनिस्टर को मौसूमा एक मकतूब में स्टालिन ने कहा कि सरकारी मुलाज़मीन ख़ुदकुशी पर मजबूर होगए क्योंकि रियासती वुज़रा ज़बरदस्ती रक़ूमात वसूल कररहे हैं। जिस के बाइस तामिलनाडू की रुसवाई होरही है। उन्होंने बताया कि माह फरवरी में महिकमा ज़राअत के एक ऎक्ज़िक्युटिव इंजीनियर मितो कुमार स्वामी ने ख़ुदकुशी करली थी।

वज़ीर-ए-ज़रात कृष्णा स्वामी को काबीना से निकाल दिया गया और पार्टी ओहदे से भी हटा दिया गया। जबकि महिकमा ज़रात में बाज़ ड्राईवरों के तक़र्रुत के मसले पर कृष्णा मूर्ती के दबाओ से एक ओहदेदार की मुबय्यना ख़ुदकुशी वाक़िया की सी बी सी आई डी तहक़ीक़ात का हुक्म दिया गया था।

डी एम के लीडर ने कहा कि अन्ना डी ऐम के क़ाइद जय ललीता की रिहाई के लिए एक तरफ़ रियासती वुज़रा हर रोज़ दूध के घड़े लेजाकर पूजा करते हैं और आग पर से चलते हैं, दूसरी तरफ़ चीफ़ मिनिस्टर और रियासती वुज़रा हुक्मरानी के उमोर से लाइल्म हैं। जबकि बड़ी बड़ी कंपनीयां और तिजारती घराने एक सेहतमंद और फ़आल तामिलनाडू के मुतमन्नी हैं।

उन्हों ने बताया कि तामिलनाडू आज आई सी यू में है क्योंकि यहां लूट खसूट का माहौल पाया जाता है और हुकूमत के अदम तआवुन से बड़ी बड़ी कंपनीयां Fox Cann और Nokia रियासत से तख़लिया करदेना चाहते हैं और हो नडाई, सनीट गोहेन और दीगर कंपनीयां अपने तौसीअ पराजकटस दूसरी रियासतों में क़ायम करना चाहती हैं।

छोटे पैमाने की सनअतें तो दम तोड़ रही हैं। सितम ज़रीफ़ी ये है कि आलमी सरमायाकारों का इजलास दो मर्तबा मुल्तवी कर दिया गया क्योंकि चीफ़ मिनिस्टर को बैरूनी मंदूबीन से मुलाक़ात का इख़तेयार नहीं है।