तामीराती इजाज़त नामों के नाम पर हरासानी, भारी मामूल की वसूली

दोनों शहरों के मुख़्तलिफ़ इलाक़ों खास्कर पुराने शहर के बेशतर इलाक़ों में तामीरी इजाज़त नामों के नाम पर अवाम को हरासाँ करने का सिलसिला शुरू होचुका है।

कई इलाक़ों में मुक़ामी सियासी लीडर्स अपने मक़ासिद बरारी के लिए अवाम को हरासाँ करते हुए तामीरी इजाज़त नामों के अलावा दुसरे अहम दस्तावेज़ात-ओ-इजाज़त नामों के लिए मुताल्लिक़ा मह्कमाजात में शिकायात दर्ज करवाते हुए भारी मामूल वसूल करने लगे हैं।

मजलिस बलदिया अज़ीम तर हैदराबाद के कारपोरीटरस की मीयाद की तकमील के बाद इलाक़ा वारी सतह पर मुक़ामी सियासी क़ाइदीन की मनमानी में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा होचुका है और ये लोग बलदी ओहदेदारों के अलावा आबरसानी-ओ-महिकमा बर्क़ी के ओहदेदारों से मिली भगत के ज़रीये अवाम को हरासाँ करते हुए भारी रक़ूमात वसूल कररहे हैं।

शहर के कई इलाक़ों में ज़रे तामीर इमारतों के मालकीयन को हरासानी की शिकायात मौसूल होरही है लेकिन इस के बावजूद मुंख़बा अवामी नुमाइंदों की तरफ से इख़तियार करदा ख़ामोशी से एसा महसूस होरहा हैके हरासाँ करने वालों को उनकी सरपरस्ती हासिल है।