इंचार्ज अस्सिटेंट लेबर कमिशनर बोधन मिस्टर बी दंड अपानी ने तामीराती मज़दूरों में शनाख्ती कार्ड्स की इजराई की मुहिम में हिस्सा लेते हुए आज डाक्टर अल्लामा इक़बाल उर्दू घर बोधन में मज़दूरों में कार्डस तक़्सीम किए इस दौरान उन्होंने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए बताया बोधन शहर में तक़रीबन 2150 मज़दूरों ने लेबर कमिशनर ऑफ़िस में अपने नाम दर्ज करवाते हुए शनाख्ती कार्ड हासिल किए। मिस्टर डंडा पानी ने शनाख्ती कार्ड्स की एहमीयत से वाक़िफ़ करवाते हुए बताया मर्कज़ी हुकूमत CESS,Act,1986 के तहत तामीराती मज़दूरों की निशानदेही करते हुए काम के दौरान ज़ख्मी या हलाक होने वाले मज़दूरों के अफ़राद ख़ानदान की दो लाख से ज़ाइद रक़म बतौर इमदाद फ़राहम की जाती है।
उन्होंने बताया तिब्बी मौत मरने वालों के अफ़राद ख़ानदान को तीस हज़ार रुपय इमदाद दी जाती है मिस्टर दंड अपानी ने बताया 18 से 60 साल उम्र के अफ़राद जो तामीराती मज़दूर हों वो अस्सिटेंट लेबर कमिशनर ऑफ़िस से रुजू होकर अपना शनाख्ती कार्ड हासिल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि शनाख्ती कार्ड के लिए जुमला एक सौ दस रुपय रक़म अदा करनी होगी जिसमें सालाना 12 रुपये मेम्बर शिप के हिसाब से पाँच साल की मेम्बर शिप में और 50 रुपये रजिस्ट्रेशन फ़ीस भी शामिल है। मिस्टर डंडा बानी ने बताया 21 फरवरी से ये मुहिम मुल्क गीर सतह पर शुरू हुई है जिसका इख़तेताम 20 मार्च को अमल में आएगा। उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को बांसवाड़ा मंडल में मज़दूरों को शनाख्ती कार्ड्स की इजराई के लिए ख़ुसूसी कैंप मुनाक़िद होगा। मिस्टर दनडा पानी ने बताया तामीराती काम अंजाम देने वाले मज़दूर जो ख़ुसूसी कैंप से इस्तेफ़ादा ना कर सके वो उन दफ़्तर वाक़्य शुक्र नगर चौरस्ता पर रुजू हो सकते हैं।