तारकीने वतन हंगरी से ऑस्ट्रिया पहुंच रहे हैं

ऑस्ट्रिया की जानिब से तारकीने वतन को बसें फ़राहम करने के अचानक फ़ैसले के बाद मशरिक़े वुस्ता और अफ़्रीक़ा के तारकीने वतन अब ऑस्ट्रिया पहुंच रहे हैं। ख़्याल रहे कि हंगरी ने कई दिनों तक मग़रिबी यूरोप के लिए तारकीने वतन को ट्रेन के सफ़र से रोका हुआ था।

उनका कहना था कि इन तारकीने वतन की रजिस्ट्रेशन ज़रूरी है और इस तात्तुल की वजह से मुश्तइल मनाज़िर सामने आए थे।

ऑस्ट्रिया का कहना है कि वो जर्मनी के साथ इस बात पर रज़ामंद है कि पनाह गुज़ीनों को सरहद पार करने दी जाए। यूरोपीय यूनीयन के रुक्न ममालिक तारकीने वतन की कसीर तादाद के पेशे नज़र किसी हल तक पहुंचने से क़ासिर हैं।

इत्तिलाआत के मुताबिक़ जुमे को देर गए मर्कज़ी बोडापिस्ट के कीलीटी स्टेशन पर बसों की आमद शुरू हो गई थी। ख़्याल रहे कि ये जगह कई दिनों से तारकीने वतन का आरिज़ी कैंप बनी हुई थी।