शादी के बाद मज़हब की तब्दीली के लिए शौहर की शिकार कौमी निशानेबाज तारा शाहदेव केस में झारखंड सरकार सीबीआई जांच की सिफारिश करेगी। जुमे के रोज़ तारा शाहदेव ने सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने तारा शाहदेव से हुई मुलाकात के बाद सीबीआई जांच की सिफारिश करने का फैसला किया।
वहीं दूसरी तरफ इस केस में एक नया मोड़ आ गया है। तारा का निकाह करवाने वाले काजी जान मोहम्मद ने कहा है कि उन्हें रमजान के महीने में निकाह करवाने के लिए बुलाया गया था। उन्होंने कहाकि निकाह के वक्त उन्हें कुछ खटका तो उन्होंने रंजीत उर्फ रकीबुल से मज़हब तब्दील के कागजात देने के बाद ही निकाह के कागज देने की बात कही थी।
इस मामले में मुबय्यना तौर मज़हब तब्दील कराने के मुल्ज़िम रंजीत कोहली को रांची कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। तारा शाहदेव से 7 जुलाई को रंजीत की शादी हुई थी। इससे पहले शादी के बाद मज़हब बदलने के लिए शौहर के टार्चर की शिकार कौमी सतह की निशानेबाज ने झारखंड सीएम से अपील करते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी।
खातून शूटर तारा शाहदेव ने जुमे के रोज़ कहाकि वज़ीर ए आला हेमंत सोरेन अगर उसे अपनी बहन मानते हैं तो मुल्ज़िम शौहर रंजीत उर्फ रकीबुल के खिलाफ सीबीआई जांच कराएं।
तारा ने कहा, ‘सीएम ने उसे अपने बयान में बहन बताते हुए इंसाफ दिलाने की बात कही है। अगर यह सही है तो मेरी उनसे गुजारिश है कि वे जितने वज़ीर , जज और पुलिस अफसरों के नाम सामने आए हैं, उनकी सीबीआई जांच कराएं।’ तारा ने इल्ज़ाम लगाया कि वज़ीर सुरेश पासवान तो रकीबुल के कहने पर रात एक बजे अपनी लालबत्ती लगी गाड़ी और बाडीगार्ड छोड़ होटल एकर्ड के कमरा नंबर 307 में जाते थे।
तारा ने कहा, मैं तो बर्बाद हो गई, लेकिन अब भी 19 से 22 साल की कई लड़कियां रकीबुल व उसके मददगारों के कब्जे में होंगी। उन्हें बचाने की जरूरत है। मामले में एक और खुलासा करते हुए तारा शाहदेव ने कहा, शादी के बाद रकीबुल ने उसे बताया था कि वह उसकी पहली बीवी नहीं है।
इससे पहले भी उसने कई शादियां की थी, लेकिन वे लड़कियां अब कहां हैं, किसी को पता नहीं। तारा ने कहा कि हाई कोर्ट के मुअत्तल रजिस्ट्रार विजिलेंस मुश्ताक अहमद को सुप्रीम कोर्ट के एक जज बचाने में लगे हुए हैं। हालांकि उसने जज का नाम नहीं बताया।