तारा शाहदेव केस: मुल्ज़िम रंजीत के पास छह मोबाइल फोन मिले, आज कोर्ट में होगी पेशी

रांची के नेशनल लेवल की शूटर तारा शाहदेव मुतनाज़ा में मुल्ज़िम रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा | कल ही दिल्ली पुलिस तारा के शौहर रंजीत उर्फ रकीबुल को दिल्ली से गिरप्तार करने के बाद रांची ले गई थी |

रंजीत पर बीवी के मज़हब तब्दील करने के लिए दबाव डालने के साथ मारपीट के इल्ज़ाम लगे हैं| पुलिस को रंजीत के पास से 6 मोबाइल फोन मिले हैं| इस बात की तफ्तीश हो रही है कि इतने मोबाइल का रंजीत उर्फ रकीबुल क्यों इस्तेमाल करता था| पुलिस कोर्ट से रंजीत का रिमांड मांगेगी|

रंजीत के पास से 6 मोबाइल और 45 हजार रुपये मिले हैं | साथ ही रंजीत के घर से लैपटॉप मिले थे|

आऱोपी रंजीत सिंह कोहली ने खुद को सिख बताया| उसने कहा कि मुझ पर लग रहे सारे इल्ज़ाम गलत हैं| पुलिस ज़राये के मुताबिक रकीबुल उर्फ रंजीत कोहली का कहना है कि वह 2007 से नमाज पढ़ रहा है लेकिन उसने मज़हब तब्दील नहीं किया है| रंजीत के मुताबिक 2007 में उसका एक मदरसे से राबिता हुआ, जहां उसे रकीबुल नाम दिया गया, लेकिन उसने मजहब की तब्दीली के इल्ज़ामात को खारिज किया है|

निशानेबाज तारा शाहदेव ने इल्ज़ाम लगाया है कि रंजीत सिंह का असली नाम रकीबुल हसन है और उसने शादी के बाद तारा पर मज़हब की तब्दीली के लिए दबाव डाला था| झारखंड की दारुल हुकूमत रांची में नेशनल लेवल की शूटर तारा शाहदेव से धोखाधड़ी कर शादी करने और मुबय्यना तौर पर मारपीट कर उस पर मज़हब तब्दीली का दबाव डालने के मुल्ज़िम रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन को पुलिस ने मंगल की रात दिल्ली-गाजियाबाद सरहद से गिरफ्तार कर लिया|

इसी बीच मुल्ज़िम रंजीत कोहली ने अपने ऊपर लगे सभी इल्ज़ामात की तरदीद किया है|

तारा के शौहर का कहना है कि उनका असली नाम रंजीत कोहली ही है रकीबुल हसन नहीं | इस सिलसिले में कोहली ने रियासत की हुकूमत को खत भी लिखी है और साथ ही उन्होंने ड्राइविंग लाइसेंस और झारखंड हुकूमत के महकमा दाखिला की तरफ से जारी शनाख्ती कार्ड की तस्वीरें भी जारी की हैं| उसका कहना है कि वह सिक्ख है लेकिन उसने ये कबूल किया है कि वह नमाज पढता था लेकिन उसने मज़हब तब्दील नहीं किया है|