झारखंड की निशानेबाज़ तारा शाहदेव को मुबय्यना तौर पर मज़हब तब्दील के लिए टार्चर करने के मामले में उनके शौहर रंजीत कोहली और सास को अदालत ने जेल भेज दिया है | बुध की रात दोनों को दिल्ली से रांची लाया गया था. कोहली और उनकी मां से लंबी पूछताछ के बाद जुमेरात को उन्हें अदालत में पेश किया गया |
इस बीच खबर है कि इसी मामले में झारखंड हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार विजिलेंस मुस्ताक अहमद को सस्पेंड कर दिया है. हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल अनिल कुमार चौधरी ने बीबीसी से फोन पर बात करते हुए इस कार्रवाई की तस्दीक की है |
चौधरी ने बताया है कि तारा शाहदेव मामले में मुस्ताक अहमद का भी नाम सामने आया है. तारा ने अपने बयान में भी इसका जिक्र किया है | इन्होने कहा है कि जो बातें सामने आई हैं, उसे अदालती खिदमात के कंडक्ट के मनफी (Adversely) समझते हुए सस्पेंड की कार्रवाई की गई है. पूरे मामले में उनसे तीन हफ़्ते में जवाब देने को भी कहा गया है |
इस बारे में मुस्ताक अहमद से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन राबिता कायम नहीं हो सका |
इसके पहले अदालत ने रंजीत कोहली और उनकी माँ को 14 दिनों के लिए अदालती हिरासत में जेल भेज दिया. रांची के सीनीयर पुलिस सुप्रीटेंडेंट प्रभात कुमार ने बताया है कि कोहली से पूछताछ में कई हकाएक सामने आए है |
प्रभात कुमार ने कहा कि अभी तक की जांच से ये साबित होता है कि रंजीत कोहली ने मज़हब नही बदला है | रंजीत कोहली का कहना है कि उनका इस्लाम के तरफ अकीदा है, इससे ज़्यादा कुछ नहीं |
पुलिस के मुताबिक कोहली ने पूछताछ में ये भी माना है कि वो नमाज भी पढ़ा करते थे |
कोहली ने मुबय्यना तौर पर अपनी बीवी से कहा था कि अगर वो इस्लाम कुबूल कर लें तो अच्छा होगा |
पुलिस के मुताबिक कोहली ने रियासत के वज़ीर और कई बड़े आओहदेदारों से अपने ताल्लुकात होने की बात भी पूछताछ में कही. कोहली ने बताया कि वो अपने एनजीओ के काम के लिए आफीसरों और लीडरों के पास आते-जाते रहे हैं |