पटना बम धमाके में जख्मी तारिक उर्फ एनुल की जुमा को आईजीएमएस पटना में मौत हो गई। लेकिन तारिक के लाश को लेकर सिठियो गांव वाक़ेय उसके घर वाले तजबजब में हैं।
सनीचर को तारिक के वालिद अताउल्लाह ने बताया कि इंतेजामिया की तरफ से पटना रेल एसपी की तरफ से भेजा गया खत मुझे मिला है। जिसमें मुझे पटना रेल थाना जाकर लाश हासिल करने की इत्तिला दी गई है। उन्होंने कहा कि जब तक मैं लाश को देख नहीं लेता, मैं उसे कुबूल नहीं करूंगा। शिनाख्त होने पर असुलों के मुताबिक लाश को दफन किया जाएगा।
लेकिन हमलोगों के साथ सबसे बड़ी मसला तहफ्फुज को लेकर है। तारिक बम धमाके मामले में मुल्ज़िम है, लेकिन इंतेजामिया ने उसे दहशतगर्द करार दिया है। ऐसी हालत में पटना जाने पर खानदान के लोगों पर हमला हो सकता है। इसलिए इंतेजामिया से दरख्वास्त है कि मुनासिब हिफ़ाज़ती इंतिजामात कर मुक़ामी थाना के जरिये से हमलोगों को लाश दिखाने की इंतिज़ाम की जाए।
वहीं तारिक के बड़े भाई तौहिद ने बताया कि अभी तक हमलोग अखबारों या टीवी के जरिये से तारिक के बारे में सुन रहे हैं। लेकिन जब तक अपनी आँखों से देख न लें, हमें यकीन नहीं होगा।