तालिबान अमन का हिस्सा बनें या कार्रवाई का सामना करें

काबुल 21 अक्टूबर ( ए एफ़ पी ) अमरीकी सैक्रेटरी आफ़ स्टेट हलारी क्लिन्टन ने आज काबुल का दौरा किया जिस का मक़सद जारीया साल के अवाख़िर में मुनाक़िद शुदणी बैन-उल-अक़वामी कान्फ़्रैंस के सिलसिले में सिफ़ारती सरगर्मीयां तेज़ करना है।

इस कान्फ़्रैंस में अफ़्ग़ानिस्तान में 10 साल से जारी जंग को ख़तन करते हुए इस मसले का पुरअमन हल तलाश करने की कोशिश की जाएगी । हलारी क्लिन्टन का तय्यारा 9:15 बजे शब काबुल पहुंचा ।

ए एफ़ पी के रिपोर्टर ने कहाकि उन के दौरा का मक़सद सिफ़ारती मुहिम में तेज़ी लाना है । स्टेट डिपार्टमैंट के एक सीनियर ओहदेदार ने मीडीया को ये बात बताई ।

यू एन आई के बमूजब अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारजा हलारी क्लिन्टन ने तालिबान को वार्निंग दी है कि वो या तो अफ़्ग़ानिस्तान में अमन का हिस्सा बनें या फिर अपने ख़िलाफ़ जारी कार्यवाईयों का सामना करें।

अफ़्ग़ान सदर हामिद करज़ई के साथ मुलाक़ात के बाद सहाफ़ीयों से बातचीत करते हुए उन्हों ने ये बात कही । वो पहले से तए शूदा प्रोग्राम के बगै़र ही अफ़्ग़ानिस्तान के दौरे पर पहूँची थीं।

उन्हों ने इस मुलाक़ात में कहा कि वो बुनियादी हक़ायक़ जानने के लिए आई हैं। वो ये मालूम करना चाहती हैं कि अफ़्ग़ान अवाम मुस्तक़बिल के बारे में क्या सोच रखते हैं।

दूसरी तरफ़ हामिद करज़ई ने तालिबान के साथ मुसलसल बातचीत के अमल को मुस्तर्द कर दिया और कहा कि जो मुल़्क तालिबान की हिमायत करता है वही बातचीत करे।

अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारिजा ने पाकिस्तान से कहा कि वो इंतहापसंदों को पनाह गाहें फ़राहम ना करी। सिफ़ारत ख़ाने में क्लिन्टन से मुलाक़ात करने वालों में मक़्तूल साबिक़ सदर बुरहान उद्दीन रब्बानी के फ़र्ज़ंद सलाह उद्दीन भी शामिल थे।

अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारजा ने सलाह उद्दीन रब्बानी से मुख़ातब हो कर कहा कि इन के वालिद एक बहादुर शख़्स थे और वो सही इक़दामात करने की कोशिशें कर रहे थे।

मक़्तूल सदर के बेटे ने जवाब दिया कि हम उन के इक़दामात को आगे बढ़ाएगी।