तालिबान केख़िलाफ़ उठने वाली मलाला बहादुर बच्ची : अक़वाम-ए-मुत्तहिदा

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की ख़ुसूसी नुमाइंदा ने कहा है कि मलाला यूसुफ़ ज़ई बहादुर बची है जो तालीम को आम करने के लिए तालिबान के ख़िलाफ़ उठ खड़ी हुई। उन्हों ने मलाला और इस की साथीयों पर क़ातिलाना हमले की शदीद मुज़म्मत करते हुए ज़ख़मी लड़की की जल्द सेहतयाबी के लिए दुआ की।

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की बच्चों के लिए ख़ुसूसी नुमाइंदा ज़ीरवीवजी ने अपने ब्यान में कहा है कि मलाला सख़्त तरीन हालात में अपने मौक़िफ़ पर डटी रही और किसी ख़ौफ़ के बगै़र तालीम और अमन के फ़रोग़ में अपना किरदार अदा किया।

अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की ख़ुसूसी नुमाइंदा ने कहा कि तालीम तमाम बच्चों का बुनियादी हक़ है, पाकिस्तान तहरीक तालिबान को बच्चीयों से ये हक़ छीनने का कोई हक़ नहीं।