तालिबान के पास सुलह और शान्ती के इलावा कोई रास्ता नहीं

अमरीका का कहना है कि अफ़्ग़ान तालिबान के साबिक़ मुखिया मुल्ला अख़तर मंसूर की हलाकत से तालिबान को ये संकेत दिया गया है कि इन के पास सुलह और शान्ती के इलावा कोई और रास्ता मौजूद नहीं है।

अमरीकी विदेश मंत्रालय में मामूल की ब्रीफिंग के दौरान प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा कि अमरीका अफ़्ग़ानिस्तान में शान्ती के क़ियाम के लिए बात चीत की हिमायत करता है लेकिन तालिबान के मुखिया मुल्ला अख़तर मंसूर को निशाना बनाने की वजह ये है कि वो ना सिर्फ अफ़्ग़ानिस्तान में अमरीकी और अफ़्ग़ान अफ़्वाज पर हमले कर रहे थे बल्कि अफ़्ग़ान बात चीत जारी रखने में ज़्यादा दिलचस्पी नहीं ले रहे थे।

अफ़गान तालिबान के मुखिया मुल्ला अख़तर मंसूर पिछले हफ़्ते अमरीकी ड्रोन हमले में मारें गए थे और अफ़्ग़ान तालिबान ने मौलवी ह्ब्बत उल्लाह अखोंदज़ादा को नया मुखिया मुक़र्रर किया है।

अमरीका ने अफ़्ग़ान तालिबान के नए मुखिया मौलवी ह्ब्बत उल्लाह अख़ोनज़ादा को क़ियाम शान्ती के मुज़ाकरात की मेज़ पर आने की पेशकश करते हुए कहा कि वो मसाइल के हल के लिए मिलकर काम करें।