तालिबान से मुसालहत के लिए अमरीका का आई एस आई पर इन्हिसार

न्यूयार्क 01 नवम्बर ( पी टी आई) अमरीकी ओबामा इंतिज़ामीया ने पाकिस्तानी जासूस इदारे आई एस आई पर पहले हक़्क़ानी दहश्तगर्द नेटवर्क की मदद करने का इल्ज़ाम आइद करने के बाद अब अफ़्ग़ानिस्तान में जारी जंग को ख़तम करने के मक़सद से मुसालहती मुज़ाकरात के आग़ाज़ के लिए पाकिस्तान के किसी जासूस इदारे से मदद तलब करने की कोशिशों का आग़ाज़ कर दिया है और इस ज़िमन में आई ऐस आई पर इन्हिसार करने लगा है।

न्यूयार्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में इन्किशाफ़ किया है कि एक नज़रसानी शूदा अंदाज़ फ़िक्र जिस के बारे में अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारजा हीलारी रोडहीम क्लिन्टन ने कहा था कि लड़ो, बातचीत करो, तामीर करो की मुशतर्का हिक्मत-ए-अमली के मुताबिक़ हक़्क़ानी नट वर्क और तालिबान के ख़िलाफ़ अमरीकी फ़िज़ाई-ओ-ज़मीनी हमले जारी रखते हुए पाकिस्तानी जासूस इदारे आई ऐस आई से इसरार किया गया है कि वो इन अनासिर को मुज़ाकरात की मेज़ पर दबाव लाएंगे।

काबुल में अमरीकीयों के ख़िलाफ़ बढ़ते हुए हमलों के पेशे नज़र अमरीका की ये नई हिक्मत-ए-अमली मंज़रे आम पर आई है हालिया अर्सा के दौरान काबुल में कई एक ख़ुदकुश हमले हुए जिन में हफ़्ता को हुआ दहश्तगर्द हमला भी शामिल है जिस में 13 अमरीकी सिपाही हलाक हो गए थे अगरचे इस हमले की ज़िम्मेदारी तालिबान ने फ़ौरी तौर पर क़बूल करली थी लेकिन ओबामा इंतिज़ामीया को शुबा है कि हक़्क़ानी दहश्तगर्द नट वर्क भी इन हमलों में रास्त या बिलवासता तौर पर मुलव्वस होसकता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर तक अफ़्ग़ानिस्तान से 33 हज़ार सिपाहीयों की वापसी की तैय्यारी के आग़ाज़ से क़बल तालिबान और हक़्क़ानी नट वर्क से कोई मुआमलत तै करली जाय और व्हाइट हाओज़ में ये उम्मीदें भी वाबस्ता की जाने लगीं थीं कि 5 डसमबर को जर्मनी में मुनाक़िद शुदणी अफ़्ग़ानिस्तान से मुताल्लिक़ हमा क़ौमी कान्फ़्रैंस के इनइक़ाद से क़बल ऐसी मुआमलत तै करली जाएगी लेकिन फ़िलहाल ऐसा मालूम होता है कि अमरीका की इन उम्मीदों पर पानी फिर गया है।