नई दिल्ली, 31दिसम्बर: दिल्ली गैंग रेप की शिकार तालिबा की मौत के पस-ए-मंज़र में वज़ारत-ए-दिफ़ा और तीन मुसल्लह अफ़्वाज ने साल नौ की पार्टीयां मुनाक़िद ना करने का फ़ैसला किया है।
वज़ारत-ए-दिफ़ा के ओहदेदारों ने यहां कहा कि मिनिस्ट्री और तीनों सरविसस ने नए साल के जश्न का एहतेमाम ना करने का फ़ैसला किया है। वज़ीर-ए-दिफ़ा ए के अनटोनी इस बार भी साल नौ ख़ामोशी से मनाएंगे।
इजतिमाई इस्मत रेज़ि वाक़िये के तनाज़ुर में अनटोनी ने तो 28 दिसम्बर को सालगिरा की मुबारकबाद तक क़बूल नहीं की । आर्मी के ओहदेदारों ने कहा कि आर्मी ने तमाम यूनिटों को एडवाइज़री जारी करदी है कि उन्हें नए साल की पार्टीयों का एहतेमाम नहीं करना चाहीए।
फ़ौजी सरबराह जनरल बिक्रम सिंह और उन की अहलिया बबलज़ सिंह नए साल के पहले दिन दवा ख़ानों में मरीज़ों
की इयादत करेंगे।