रांची : तालीम महकमा तालिया के तालीम पर सबसे ज्यादा जोर दे रहा है। खासकर देही इलाकों में रहने वाली एसटी, एससी जाति और पसमानदा तबके की। इन तालिबा को की सबसे ज़्यादा कस्तूरबा स्कूल में है। रांची समेत रियासत के सभी 203 कस्तूरबा स्कूलों में पढ़ने वाली करीब 65 हजार तालिबा के लिए फिर अच्छी खबर है। सरकार इन तालिबा को सबल बनाने जा रही है। ताकि 12वीं की पढ़ाई के बाद ये अपना बेहतर मुस्तकबिल बना सकें। इसकी अमल शुरू कर दी गई है। हुकूमत की तरफ से कस्तूरबा की तालिबा को तरबियत तरक्की के तहत फ्री कोचिंग की सहूलत दी जाएगी।
जो तालिबा मेडिकल में जाना चाहेंगी उन्हें मेडिकल के लिए, जो इंजीनियरिंग में जाना चाहेंगी उन्हें इंजीनियरिंग के लिए और जो दीगर मुक़ाबले इम्तिहान में शामिल होने की ख़्वाहिश रखती हैं, उन्हें उनकी पसंद के मुताबिक कोचिंग कराई जाएगी। ये सारी निजाम हुकूमत खुद कराएगी। इसकी शुरुआत रांची जिले से होगी। इसकी लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है। रांची के बाद दीगर जिलों में मंसूबा की शुरुआत की जाएगी।
कस्तूरबा की तालिबा पढ़ाई के फी और अलर्ट रहें, इसके लिए हुकूमत की तरफ से रियासत भर की क्लास आठ की 8120 तालिबा को झारखंड कयाम के दिन पर टैब दिया जाएगा। इसके लिए 4.87 करोड़ रुपए प्राइमरी तालीम डाइरेक्टोरेट की ओर से जारी भी कर दिए गए हैं। तालिबा को टैब जैप आईटी की तरफ से दिया जाएगा। टैब में उनकी पढ़ाई के लिए जरूरी साफ्टवेयर भी लोड किए जाएंगे। पहली बार रियासत में किसी भी स्कूल की तालिबा को हुकूमत की तरफ से फ्री टैब मिलेगा।
राज्य के हर कस्तूरबा विद्यालय का लैब अब सभी सुविधाओं से लैस होगा। इसके लिए प्रत्येक कस्तूरबा विद्यालय को 20.6 लाख रुपए दिए जाएंगे। राज्यभर के कस्तूरबा विद्यालयों में लैब इक्विपमेंट के लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने 41.81 करोड़ रुपए स्वीकृत कर जिलों को भेज दिए हैं।
तालिबा के तरक़्क़ी पर महकमा का पूरा फोकस है। कस्तूरबा की तालिबा पढ़ने में अच्छी हैं। इसलिए उन्हें सहूलत दी जा रही हैं।
आराधना पटनायक, तालीम सेक्रेटरी