तालिबा से दस्त दराज़ी करने वाले प्रोफेसर को 3 साल की सज़ा

हैदराबाद 09 जुलाई नामपली क्रीमिनल कोर्ट के फ़रस्ट एडीशनल सेशन जज ने इंग्लिश ऐंड फ़ौरन लैंग्वेजस यूनीवर्सिटी (एफ़लो) के प्रोफेसर को तालिबा से दस्त दराज़ी करने के इल्ज़ाम में तीन साल की सज़ा-ए-सुनाई।

एफ़लो के गेस्ट फैकल्टी प्रोफेसर रजत कुमार मोहंती के ख़िलाफ़ यूनीवर्सिटी पुलिस ने 2011 दिसंबर में तालिबा से दस्त दराज़ी के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार करके उन्हें जेल भेज दिया था।

अदालत ने रजत कुमार मोहंती को क़सूरवार पाया और उसे तीन साल की सज़ा और 5 हज़ार रुपये का जुर्माना आइद किया। सेशन कोर्ट की तरफ से सज़ा-ए-सुनाई जाने पर प्रोफेसर ने फ़ौरी ज़मानत हासिल की और इस फ़ैसले को हाइकोर्ट ने चैलेंज करने का फ़ैसला किया है।