तालिबा से मुबयना दस्त दराज़ी मुल्ज़िम टीचर गिरफ़्तार

पुराने शहर दारुलशफ़ा में पेश आए वाक़िये में दारुलशफ़ा-ए-हाई स्कूल के एक उस्ताद को अवाम ने शदीद ज़द्द-ओ-कूब किया।

दारुलशफ़ा स्कूल के अरबी टीचर साबिर पाशाह पर इल्ज़ाम लगाया हैके उन्होंने आठवीं जमात की तालिबा के साथ नाज़ेबा हरकतें कीं जिस की बिना पर तालिबा ने रिश्तेदारों को तलब करलिया जो स्कूल पहूँचते ही साबिर पाशाह पर टूट पड़े।

बादअज़ां मुल्ज़िम को मीरचोक पुलिस के हवाले कर दिया गया जहां पर पुलिस ने ज़ाबता की कार्रवाई के बाद मुल्ज़िम के ख़िलाफ़ दफ़ा 354 के तहत मुक़द्दमा दर्ज करलिया।

डी सी पी साउथ ज़ोन तरूण जोशी ने बताया कि मुतास्सिरा के बयान के बाद मुक़द्दमा दर्ज करलिया गया है। मुतास्सिरा लड़की ने जो बयान दिया है इस के एतेबार से साबिर पाशाह नाज़ेबा हरकात के मुर्तक़िब हुए हैं।

पुलिस मीरचोक ने मुल्ज़िम के ख़िलाफ़ 13 साला मुतास्सिरा लड़की की शिकायत पर क्राईम नंबर 187/13 के तहत मुक़द्दमा दर्ज करते हुए दस्तूर की दफ़ा 354 के तहत कार्रवाई का आग़ाज़ किया।

अदालत में पेशी पर मुअज़्ज़िज़ अदालत ने मुल्ज़िम को इक़दाम आबरूरेज़ी के इल्ज़ाम में अदालती तहवील में भेज दिया। मुल्ज़िम के वकील सफ़ाई ने मुल्ज़िम की सरकारी मुलाज़मत और इल्ज़ाम के झूटे होने का दावा करते हुए ज़मानत के लिए दरख़ास्त दाख़िल की थी जिसे अदालत ने मुस्तर्द कर दिया।

साबिर पाशाह जो कि ना सिर्फ़ गर्वनमैंट हाई स्कूल दारुलशफ़ा के अरबी के मुदर्रिस हैं बल्कि हज हाउज़ की मस्जिद में ख़तीब और इमाम के फ़राइज़ भी अंजाम देते हैं ने भी अपनी सफ़ाई में इल्ज़ाम को बेबुनियाद क़रार दिया।