मुख़्तलिफ़ स्कूलस के सैंकड़ों तलबा ने शहर में एक बड़ी रियाली निकाली। वो बार बार मनाए जाने वाले तालीमी इदारे बंद के ख़िलाफ़ एहतिजाज कर रहे थे। ये मुख़्तलिफ़ सयासी जमातों और तलबा तंज़ीमों की तरफ़ से बंद मुनज़्ज़म किए जाते हैं।
जिस की वजह से तलबा की तालीम पर बुरा असर पड़ रहा है। रिया ली सुंदरिया विग्नान केंद रुम से इंदिरा पार्क तक निकाली गई। इस बात की निशानदेही की गई कि नया तालीमी साल शुरू होने के बाद से 25 दिन से भी कम अर्सा में 3 बंद मनाए जा चुके हैं और मज़ीद एक बंद मनाया जाने वाला है।
रिया ली में ज़्यादा तर 8 वीं ता दसवीं जमात के तलबा-ए-ओ- तालिबात ने शिरकत की। रिया ली का एहतिमाम मुस्लिमा ख़ानगी स्कूलस मैनिजमंटस असोसी एष्ण ने किया और तलबा के सरपरस्तों ने इस इक़दाम का ख़ौर मक़दम किया और बाअज़ सरपरस्तों ने रिया ली में भी शिरकत की।
बताया गया कि गुज़श्ता साल बंद की वजह से कम-ओ-बेश चालीस काम के दिनों का नुक़्सान हुआ, रिया ली मुनज़्ज़म करने वालों ने हुकूमत से मुतालिबा किया कि तालीमी इदारों(संस्थाओं) को क़ानून बरक़रारी लाज़िमी ख़िदमात के तहत लाया जाय।