तालीम की बुनियादें मुस्तहकम होने पर कैरियर भी ताबनाक

हिंदुस्तान के एक क़दीम तरीन मेडिकल कॉलेज उस्मानिया मेडिकल कॉलेज के साबिक़ा तलबा की ग्लोबल मेट का आज से आग़ाज़ हुआ। ये कॉलेज 1846 में क़ायम किया गया था जिस का ज़रीए तालीम उर्दू था। और जो हैदराबाद मेडिकल स्कूल से मौसूम था।

इफ़्तिताही तक़रीब से ख़िताब करते हुए रुक्न पार्लीयामेंट डॉक्टर जी वीवेका नंद जो ख़ुद भी इस मेडिकल कॉलेज के फ़ारिग़ हैं कहा कि जिन तलबा की तालीम की बुनियादें मुस्तहकम होती हैं इन का कैरीयर ताबनाक होता है।

उन्हों ने कहा कि उन के उस्ताज़ मुताला की अफादियत पर बहुत ज़ोर दिया करते थे जिस का ये नतीजा है कि आज भी इन में मुताला का ज़ौक़ है। ये आज भी अपनी इन्फ़िरादियत बरक़रार रखे हुए है मगर हुकूमत ने इस इदारा को बुरी तरह नज़र अंदाज कर दिया है।