तालीम से ही मवाज़आत की तरक़्क़ी मुम्किन

निज़ामाबाद १३ दिसम्बर: (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) तालीम और समाज का गहिरा ताल्लुक़ है तालीम से ही देहात की तरक़्क़ी मुम्किन है समाज की बेहतरी के लिए तलबा-ए-को आगे आना चाहीये। तालीम के हुसूल के इलावा अमली ज़िंदगी का भी मुशाहिदा करना चाहीए । मुल़्क की आबादी का 70 फ़ीसद हिस्सा देहाती आबादी पर मुनहसिर है इस तरह के प्रोग्राम के ज़रीया तालीमी वसिमा जी मसाइल और उन के हल के बेहतरीन मवाक़े फ़राहम होते हैं

इन ख़्यालात का इज़हार प्रोग्राम ऑफीसर मुहम्मद सलीम उद्दीन ने इन । ऐस । ऐस असपीटल के पांचवें दिन वैलेंटर्स् की जानिब से किए गए तालीमी बेदारी मुहिम में किया। इस मुहिम में 50 वालनटरस गांधी नगर तांडा मैं फ़र्दन फ़र्दन मुलाक़ात करते हुए तालीमी बेदारी मुहिम में हिस्सा लिया। और तालीम की एहमीयत वाफ़ादीत को मुक़ामी लोगों को समझा या। इस तालीमी बेदारी मुहिम के ज़रीया 113 मकानात का सर्वे किया। जिस में कुछ तालीम को तर्क करने वाले तलबा-ए-को सरकारी स्कूल की सदर मुअल्लिमा सिरी विजया लक्ष्मी से मिलाया। इस मौक़ा पर सिरी विजया लक्ष्मी ने वालनटरस की हिम्मत अफ़्ज़ाई की और कहा कि देहाती वालदैन के अंदर तालीमी शऊर को उजागर करें और तालीम की एहमीयत बतलाएं। इस मौक़ा पर प्रिंसिपल-ओ-चेयरमैन मुहम्मद मुस्तफा ख़ान, मुहम्मद ख़्वाजा मुईन उद्दीन, मुहम्मद अबदालबसीर, ई देवेंद्र रेड्डी, राजिंदर गौड़, ख़्वाजा जमील अहमद, हबीबा सईदा और मुहम्मद आसिफ़ टीचर मौजूद थे|