तासीस तेलंगाना का हफ़्ता तवील जश्न जो 2 जून को यौमे तासीस पर शुरू हुआ था पुर फ़िज़ा-ए-ओ- क़ुदरती मुनाज़िर से मुज़य्यन हुसैनसागर झील पर मुनाक़िदा जल्सा-ए-आम के साथ इख़तेताम पज़ीर हुआ।
इस मौके पर रंगा रंग तक़ारीब मुनाक़िद की गईं और तहज़ीब को जागर किया गया। आतिशबाज़ी लेज़र शूज़ घुड़सवारी मोटर साइकिलों पर करतब बाज़ी के हैरान करदेने वाले ज़ाहिर किए गए। नई रियासत तेलंगाना के पहले चीफ़ मिनिस्टर चंद्रशेखर राव ने एक बड़े जल्सा-ए-आम से ख़िताब किया जिस में हज़ारों अफ़राद ने शिरकत की।
गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन तेलंगाना के वुज़रा और दुसरे अहम शख़्सियात भी चीफ़ मिनिस्टर के साथ शहि नशीन पर मौजूद थे। उन एस एस के मुताबिक़ टैंकबंड की दो किलोमीटर तवील सड़क पर तेलंगाना अवाम और फ़नकारों की कसीर तादाद जमा होगई थी और हुसैनसागर झील का ख़ूबसूरत इलाके अवामी सुरों के ठाटे मारते हुए समुंद्र का मंज़र पेश कररहा था। सारे इलाके को ख़ूबसूरती के साथ सजाया गया था इमारतों और सड़क के दोनों किनारों पर वाक़्ये दरख़्तों को बर्क़ी क़ुमक़ुमों से सजाया गया था।
जश्न तासीस के अवामी जोश-ओ-ख़ुरोश में मज़ीद शिद्दत पैदा करते हुए कॉलेज की तालिबात भी इन प्रोग्रामों में शामिल होगईं और जय तेलंगाना के नारे बुलंद किए। नौजवानों की कसीर तादाद ने जय जय तेलंगाना का नारा लगाते हुए जवाब दिया। फ़नकारों ने अपने प्रोग्रामों के ज़रीये कसरत में वहदत के जज़बा को उजागर किया।