तिलंगाना तहरीक को फ़िर्कावाराना ख़ुतूत पर तक़सीम की कोशिश साबिक़ रुकन अक़ल्लीयती कमीशन

हैदराबाद। 30 सितंबर (सियासत न्यूज़) तलंगाना तहरीक को फ़िर्कावाराना ख़ुतूत पर तक़सीम करने की कोशिश करने वालों को चाहीए कि वो 17सितंबर 1948-के हालात का जायज़ा लें और तिलंगाना की हिमायत या मुख़ालिफ़त के मुताल्लिक़ संजीदा फ़ैसला करें । साबिक़ रुकन अक़ल्लीयती कमीशन जनाब सय्यद तारिक़ कादरी ने आज अपने एक सहाफ़ती ब्यान में कहा कि गुज़शता 17सितंबर को तलबाए उस्मानिया ने हिंदूस्तान के पहले वज़ीर-ए-दाख़िला सरदार वल्लभ भाई पटेल के पोस्टर्स नज़र-ए-आतिश करते हुए हम सब को दावत फ़िक्र दी है । उन्हों ने बताया कि हिंदूस्तान की 63साला तारीख़ में किसी ने भी इस हक़ीक़त का एतराफ़ नहीं किया था कि इंज़िमाम रियासत दक्कन हैदराबाद के दौरान जो खूँरेज़ फ़सादाद हुए इस के लिए सरदार पटेल ज़िम्मेदार हैं लेकिन तलबाए जामिआ उस्मानिया ने 17सितंबर 2011-को सरदार पटेल के पोस्टर्स नज़र-ए-आतिश करते हुए 17सितंबर को योम-ए-स्याह और यौम ग़द्दारी मनाते हुए ये साबित करदिया है कि इलाक़ा तलंगाना की फ़िर्कावाराना हम आहंगी पर कोई आंच नहीं आसकती । जनाब सय्यद तारिक़ कादरी ने बताया कि यौम इंज़िमाम हैदराबाद के मुताल्लिक़ मसख़ करदा तारीख़ को पेश करते हुए हैदराबाद के अवाम का इस्तिहसाल किया जाता रहा है । उन्हों ने तलबाए जामिआ उस्मानिया के इक़दाम का ख़ौरमक़दम करते हुए कहा कि तलबाए जामिआ उस्मानिया ने 13 ता 18सितंबर 1948-के हालात के हक़ीक़ी ज़िम्मेदार के ख़िलाफ़ एहतिजाज करते हुए नई नसल को एक बेहतरीन पयाम दिया है । उन्हों ने यौम ग़द्दारी मनाने वाले तलबा को सलाम करते हुए कहा कि पुलिस ऐक्शण के नाम पर हुए मज़ालिम के ख़िलाफ़ एहतिजाज के ज़रीया तलबा ने अपनी सरज़मीन पर हुई क़तल-ओ-ग़ारतगरी की मुज़म्मत करते हुए जो पैग़ाम दिया है उसे आम करने की ज़रूरत है । जनाब सय्यद तारिक़ कादरी ने बताया कि ये बात दरुस्त है कि इंज़िमाम हैदराबाद के मौक़ा पर जो हालात रौनुमा हुए इस के लिए सिर्फ और सिर्फ उस वक़्त के वज़ीर-ए-दाख़िला सरदार पटेल ज़िम्मेदार हैं ।उन्हों ने बताया कि पुलिस ऐक्शण के नाम पर मुस्लमानों पर जो मज़ालिम ढाए गए इस का बाअज़ सयासी जमातें इस्तिहसाल कररही हैं लेकिन अब हर कोई हक़ायक़ को तस्लीम करने तैय्यार है । ऐसी सूरत में हमें अपने हुक़ूक़ केलिए जद्द-ओ-जहद करते हुए पुराने ज़ख़मों को मुंदमिल करना चाहीए । जनाब सय्यद तारिक़ कादरी ने बताया कि हिंदूस्तान के पहले कांग्रेसी वज़ीर-ए-दाख़िला के दामन पर हैदराबाद दक्कन के दो लाख से ज़ाइद मुस्लमानों के क़तल का दाग़ है तो फिर हम उसे कैसे माफ़ करसकते हैं । उन्हों ने बताया कि सरदार पटेल की कार्यवाईयों का एतराफ़ करने वाले तलबा को चाहीए कि वो इन हक़ायक़ से तमाम नौजवान नसल को तहरीक तलंगाना के दौरान वाक़िफ़ करवाते रहें । क़ौमी यकजहती के लिए नौजवानों को आगे आते हुए पयामे मुहब्बत को आम करना चाहीए ।