तिलंगाना पर तीनों इलाक़ों के क़ाइदीन से मुशावरत का अमल मुकम्मल मुहम्मद अली शब्बीर का ब्यान

हैदराबाद 27 अक्टूबर ( सियासत न्यूज़ ) मर्कज़ी हुकूमत नवंबर में अलहदा तलंगाना मसला पर कोई फ़ैसला करेगी । कांग्रेस आला कमान ने इस मसला पर तीनों इलाक़ों के क़ाइदीन से मुशावरत का अमल मुकम्मल करलिया है । साबिक़ रियास्ती वज़ीर और सीनीयर कांग्रेसी क़ाइद मुहम्मद अली शब्बीर ने आज ये इन्किशाफ़ किया । उन्हों ने उम्मीद ज़ाहिर की कि मर्कज़ी हुकूमत तलंगाना अवाम के जज़बात का एहतिराम करते हुए अलहदा रियासत के हक़ में कोई फ़ैसला करेंगी । उन्हों ने कहा कि तलंगाना की मौजूदा सूरत-ए-हाल और तीनों इलाक़ों के क़ाइदीन से मुशावरत के बाद आली कमान किसी नतीजा में पहुंचने केलिए सरगर्म मुशावरत कररहा है । सदर कांग्रेस सोनीया गांधी की अलालत के बाइस इस में किसी क़दर ताख़ीर हुई । उन्हों ने बताया कि आंधरा प्रदेश उमूर के इंचार्ज ग़ुलाम नबी आज़ाद ने तीनों इलाक़ों के कांग्रेस क़ाइदीन से रियासत की तक़सीम के मसला पर तबादले ख़्याल किया और इसी की बुनियाद पर वो सदर कांग्रेस सोनीया गांधी को अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे । मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि अक्टूबर के अवाख़िर या नवंबर के अवाइल में तलंगाना के मसला पर मर्कज़ अपने मौक़िफ़ का ऐलान करेगा । उन्हों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और मर्कज़ी हुकूमत तलंगाना अवाम के जज़बात का मुकम्मल एहतिराम करती है और किसी भी फ़ैसला से क़बल अवामी जज़बात को मल्हूज़ रखा जाएगा । उन्हों ने तलंगाना कांग्रेस क़ाइदीन की जानिब से हाईकमान पर तन्क़ीदों को ना मुनासिब क़रार दिया और कहा कि हमें आली कमान के फ़ैसले का इंतिज़ार करना चाहीए । पार्टी क़ाइदीन को टी आर ऐस और तलगोदीशम के जाल में फंसे बगै़र पार्टी से अपनी वाबस्तगी अटूट रखनी चाहीए । उन्हों ने कहा कि गुज़शता चालीस बरसों से ज़ाइद अर्सा से अलहदा रियासत की जद्द-ओ-जहद जारी है और अवाम का ये मुतालिबा हक़बजानिब है । सीनकरों की तादाद में तलबा ने अपनी जान की क़ुर्बानी दी जो कि रायगां नहीं जाएगी । मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि तलंगाना अवाम के साथ हर शोबा में ना इंसाफ़ियों से इनकार नहीं किया जा सकता । उन्हों ने कहा कि ना इंसाफ़ियों से आजिज़ आकर तलंगाना के अवाम एहतिजाज पर उतर आएं हैं । उन्हों ने हुकूमत को मश्वरा दिया कि एहतिजाज के सबब अक़ल्लीयतों की फ़लाही असकीमात पर अमल आवरी मुतास्सिर ना होने पाए । उन्हों ने बताया कि चीफ़ मिनिस्टर से मुलाक़ात के दौरान ये वाज़िह करचुके हैं कि अक़ल्लीयती असकीमात और इस के लिए दरकार फंड्स की इजराई में कोई रुकावट नहीं होनी चाहीए ।