मुंबई, 4 जून : आईपीएल 6 स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार मुल्ज़िम क्रिकेटर अजीत चंदीला पर जानलेवा हमला हुआ था। यह हमला किसी और ने नहीं, बल्कि दो सट्टेबाजों ने किया था। मुंबई पुलिस की पूछताछ में सट्टेबाज अश्रि्वन अग्रवाल उर्फ टिंकू ने खुलासा किया है कि उसने व दूसरे सट्टेबाज सुनील भाटिया ने राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेटर अजीत चंदीला पर तिहाड़ जेल में हमला किया था। ज़ख्मी चंदीला का इलाज़ जेल के डाक्टर ने ही किया था। दिल्ली पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किया गया टिंकू फिलहाल मुंबई पुलिस की हिरासत में है।
इस बीच, पुलिस ने दावा किया कि बालीवुड अदाकार विंदू दारा सिंह कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के सीईओ सीईओ वेंकी मैसूर के भी राबिते में थे। पुलिस वेंकी से पूछताछ की सोच रही है। इसका इम्कान कम ही है क्योंकि वेंकी से विंदू को कोई अहम जानकारी नहीं मिल सकी थी। पूछताछ में टिंकू ने बताया है कि 20 मार्च को वह एक और सट्टेबाज सुनील भाटिया राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों अजित चंदीला व अंकित चव्हाण से दहीसर (मुंबई)में अशोक होटल के बाहर मिले थे।
उस वक्त चंदीला ने कहा था कि वह कौमी टीम में शामिल होना चाहता है। इसलिए आईपीएल के शुरुआती तीन मैचों में स्पॉट फिक्सिंग में शामिल नहीं होगा। ज़राए के मुताबिक, पहले तय हुआ था कि चंदीला सट्टेबाजों के मुताबिक ओवर डालने के वक्त सफेद घड़ी पहनेगा, लेकिन सही इशारा न मिलने की आशंका के बाद तय हुआ कि चंदीला लॉकेट पहनेगा।
ओवर डालते वक्त वह लॉकेट को सिर पर लगाकर इशारा देगा। 17 अप्रैल को मुंबई इंडियंस के खिलाफ इशारे देने के बाद भी चंदीला ने एक ओवर में 14 रन देने की बजाय दो ओवर में छह रन ही दिए।
इसके बाद टिंकू व भाटिया ने चंदीला से एडवांस दिए 20 लाख वापस मांगे। चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ भी चंदीला ने सट्टेबाजों के मुताबिक रन नहीं दिए। इस वजह से दोनों को 80 से 85 लाख का नुकसान हुआ। टिंकू ने बताया कि इसी वजह से तिहाड़ जेल में उसने और भाटिया ने चंदीला पर हमला किया था।