तीन असेंबली हल्क़ों में अवामी मुख़ालिफ़त से मुक़ामी जमात परेशान

पुराना शहर के तीन असेंबली हल्क़ाजात में इंतिख़ाबी क़्वाइद की ख़िलाफ़वर्ज़ी के वाक़ियात पेश आ रहे हैं और हैरत की बात ये है कि पुलिस और इलेक्शन कमीशन हुक्काम उन सरगर्मियों की रोक थाम के लिए मुनासिब इक़दामात में नाकाम है। इन तीन हल्क़ों में अपनी शिकस्त के ख़तरा को महसूस करते हुए मुक़ामी सियासी जमात ने गैर समाजी अनासिर , दौलत और गैर मुक़ामी अफ़राद के ज़रीए धांदलियों की मंसूबा बंदी करली है।

याकूत पूरा, चंदरायन गुट्टा और नामपल्ली असेंबली हल्क़ों में आज सुबह से ही मुक़ामी सियासी जमात ने अपनी सरगर्मियों में तेज़ी लाते हुए मुख़ालिफ़ीन में ख़ौफ़ो हिरास पैदा करने की कोशिश की है। मुक़ामी अफ़राद ने शिकायत की कि बड़े पैमाना पर गैर समाजी अनासिर को मुख़्तलिफ़ इलाक़ों से इन तीन असेंबली हल्क़ों में मुंतक़िल किया गया और उन्हें बाअज़ मकानात में रखा गया है, ताकि कल 30 अप्रैल को रायदेही के मौक़ा पर इन का इस्तेमाल किया जा सके।

मुक़ामी जमात के लोक सभा उम्मीदवार और तीनों हल्क़ों के असेंबली उम्मीदवार वक़्फ़ा वक़्फ़ा से मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में पहुंच कर अवाम को भारी रक़म का लालच दे कर पार्टी की ताईद की तरग़ीब दे रहे हैं।

कई मुक़ामात पर इन क़ाइदीन को अवामी नाराज़गी का सामना करना पड़ा। बताया जाता है कि एक पोलिंग स्टेशन पर काम करने के लिए की फी कस 5000 रुपये तक की पेशकश की जा रही है।

मुख़ालिफ़ उम्मीदवारों के ख़िलाफ़ अभी से मुख़्तलिफ़ अफवाहें आम करते हुए अवाम ने उलझन पैदा करने की कोशिश की जा रही है। राय दहिन्दों की ज़िम्मेदारी है कि वो किसी भी बेक़ाइदगी या हिरासानी की सूरत में इलेक्शन कमीशन को फ़ौरी शिकायत करें।