दो बर्तानवी फ़ौजीयों समेत तीन ग़ैर मुल्की फ़ौजीयों को अफ़्ग़ान फ़ौज के सिपाहियों ने गोली मार कर हलाक करदिया। अफ़्ग़ान फौजियों के हाथों क़तल का ये ताज़ा वाक़िया है जिस की वजह से नाटो के मुक़ामी इत्तिहादियों के एतबार और अमन बरक़रार रखने की इन की अहलीयत के ताल्लुक़ से सख़्त तशवीश पैदा होगई है।
नाटो के एक ठिकाने पर क़ुरआन सोज़ी और एक अमरीकी फ़ौजी के हाथों 17 देही अफ़्ग़ानों के क़तल समेत ज़ाइद एक वाक़ियात की वजह से अफ़्ग़ानिस्तान और इस के ग़ैर मुल्की सरपरस्तों के माबैन बढ़ती हुई कशीदगी के दौरान अफ़्ग़ान फौजियों के हाथों हमलों में इज़ाफ़ा हुआ है।
अमरीकी वज़ीर-ए-दिफ़ा लीवन पनेटा ने बहर हाल कल कहा कि अफ़्ग़ान फ़ौजीयों के हाथों नाटो फ़ौजीयों के क़तल की हालिया लहर के बावजूद तशद्दुद के ये वाक़ियात इक्का दुक्का नौईयत के ही हैं।
ये वाक़ियात किसी बड़े रुजहान की अक्कासी नहीं करते। उन्हों ने कहा कि हमें अपनी तवज्जा अफ़्ग़ानिस्तान में बुनियादी मिशन की तरफ़ मर्कूज़ रखनी चाहीए।