तीन तलाक़ बिल मुस्लिम महिलाओं की चिंता में नहीं, बल्कि 2019 चुनाव के लिए लाई गई- ग़ुलाम रसूल बलयावी

जयपुर के कर्बला मैदान में आयोजित इस शरीअत बचाओ कांफ्रेंस में मुस्लिम नेताओं इस ट्रिपल तलाक बिल के खिलाफ जमकर भाषण दिए। बाद में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आदि के नाम ज्ञापन भी भेजा।

इस मौके पर राज्यसभा के पूर्व सांसद मौलाना गुलाम रसूल बलयावी ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार अपनी जरूरतों के लिए ये बिल लेकर आई है।

उन्हें मुस्लिम बेटियों की नहीं, अगले साल होने वाले चुनाव का डर लग रहा है। वे इस बिल के बहाने वोटों का ध्रुवीकरण करके सत्ता बचाने का प्रयास कर रहे है।

राजस्थान कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व अध्यक्ष हबीब खान गौराण ने कहा कि प्रस्तावित मुस्लिम महिला (विवाह पर अधिकार की सुरक्षा) बिल में कई कानूनी खामियां हैं।

उन्होंने कहा कि ट्रिपल तलाक के मामले में दोषी पाए जाने पर पति को तीन साल की सजा का प्रावधान है। गौराण ने कहा कि जो अपराध ही नहीं हुआ, उसकी सज़ा कैसे दी जा सकती है? विवाह और तलाक एक सिविल मसला है जिसे केन्द्र सरकार फौजदारी बना रही है।