तीन लाख तक मुफ्त इलाज करा सकेंगे किसान

पटना 22 मई : रियासत भर के एक करोड़ किसानों को सितंबर से कु-ऑपरेटिव सेहत इन्सुरेंस मंसूबा का फायदा मिलेगा। वज़ीरे आला जीवन ज्योति इन्सुरेंस नामी इस मंसूबा में एक किसान खानदान के पांच रूकनों का फी साल तीन लाख रुपये तक इलाज कराया जा सकता है। मैक्स और मेदांता जैसे अस्पतालों में भी किसान शदीद बीमारी का इलाज करा सकेंगे। कर्नाटक मॉडल की बुन्याद पर कु-ऑपरेटिव महकमा ने यह मंसूबाबंदी बनायी है। महकमा ने इसे मंजूरी के लिए इख्तियार कमेटी को भेज दिया है। इसके बाद कैबिनेट से मंजूरी ली जायेगी।

मंसूबा का प्रेजेंटेशन वज़ीरे आला नीतीश कुमार और नायब वज़ीरे आला सुशील कुमार मोदी के सामने किया गया है। मंसूबा पर फी साल हुकूमत को तकरीबन 240 करोड़ की रक़म खर्च करनी होगी। फायदा किसान खानदान को 60 रुपये फी साल देना होगा। आधी रक़म हुकूमत देगी। मंसूबा में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो और सही खानदान को सही सहूलियत का फायदा मिले इसके लिए दीगर सतहों पर ओपेरशन कमेटी होगी। जिला सतह पर ओपरेटीव कमेटी में डीएम, कु-ऑपरेटिव और सेहत महकमा के अफसर, आवामी नुमायन्दा,किसान नुमायन्दा और पंचायती राज नुमायन्दा होंगे।

इसी तरह रियासत और ब्लाक सतह ओपरेटीव कमेटी होगी। यह कमेटी मॉनीटरिंग भी करेगी। सेहत इन्सुरेंस का फायदा लेने के लिए पैक्स सहित दीगर जराअत से जुड़े कु-ऑपरेटिव आदरे के रुकन होना लाज़मी है। फायदा किसान खानदान के ज्यादा से ज्यादा पांच खानदानो का इलाज किया जा सकता है। कु-ऑपरेटिव महकमा के अफसर ने बताया कि सेहत इन्सुरेंस कंपनियों को इन्सुरेंस ओपरेटीव की जिम्मेदारी दी जायेगी। इन्सुरेंस करानेवाले किसान खानदान को कार्ड दस्तयाब कराया जायेगा।