नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजमार्गों पर होने वाले दुर्घटनाओं में कमी लाने की सरकार की कोशिशों के बावजूद पिछले तीन साल में राष्ट्रीय राजमार्गों पर हुए दुर्घटनाओं में करीब डेढ़ लाख लोग मारे गए|
सड़क और राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य मंत्री पी राधाकृष्णन ने लोकसभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में आज यह जानकारी देते हुए बताया कि सबसे अधिक 51 हजार 204 दुर्घटनाओं 2015 में हुए जबकि सबसे कम 45 हजार 612 दुर्घटनाओं 2013 में हुए उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करते समय होने वाले दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों का रिकॉर्ड रखती इसके बावजूद पिछले तीन साल में चालकों, यात्रियों और पैदल चलने वालों सहित राष्ट्रीय राजमार्गों पर मारे गए लोगों विवरण के अनुसार तीन साल की अवधि के दौरान 2014 में सबसे कम 48 हजार लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए।