तीवनस में इन्क़िलाब के बाद पहले आम इंतिख़ाबात

तीवनस 24 अक्तूबर ( ए एफ़ पी ) (राय दहिंदों का ग़ैरमामूली जोश-ओ-ख़ुरोश , इस्लाम पसंदों को सबक़त मुतवक़्क़े)तीवनस में आज पहली मर्तबा आज़ाद-ओ-ग़ैर जांबदार आम इंतिख़ाबात मुनाक़िद हुए जिस में वोट डालने केलिए सैंकड़ों मर्द-ओ-ख़वातीन तवील क़तारों में ठहरे हुए देखे गए ।

तीवनस में 9 माह क़बल पुरअमन इन्क़िलाब के बाद इस मलिक के अवाम एक नए जमहूरी दौर का आग़ाज़ कररहे हैं । तीवनस में पैदा शूदा अवामी लहर ख़ित्ता अरब में अब तक तीन डिक्टेटरों को इक़तिदार से माज़ूल करचुकी है ।

इन इंतिख़ाबात में नई 217 रुकनी क़ौमी असैंबली में इस्लाम पसंद जमात को अक्सर नशिस्तों पर कामयाबी मिलने की पेश क़ियासी की गई है लेकिन ये भी कहा गया है कि इस्लाम पसंद जमात को अक्सरीयत हासिल नहीं होगी ।

नई असैंबली क़ौमी असैंबली इस मुल्क में कई देहातियों का मुतलक़ उल-अनान हुक्मरानी के ख़ातमा के बाद दस्तूर पर नज़रसानी करेगी और निगरां हुकूमत का तक़र्रुर करेगी । इलैक्शन कमीशन के सरबराह कामिल जनदोबी ने राय दही के आग़ाज़ के पाँच घंटे बाद अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि पोलिंग का फ़ीसद तमाम तर तवक़्क़ुआत से कहीं ज़्यादा है ।

उन्होंने कहा कि 60 फ़ीसद से ज़ाइद पोलिंग मुतवक़्क़े है । राय दही के आग़ाज़ से कई घंटे क़बल सैंकड़ों अफ़राद पोलिंग बोथस पर जमा होगए थे और जोश-ओ-ख़ुरोश के साथ राय दही में हिस्सा लिया ।

इस शुमाल अफ़्रीक़ी अरब मुल्क में राय दहनदो निक्की तादाद 72 लाख है । तवक़्क़ो है कि इस्लाम पसंद अनहादा सब से ज़्यादा नशिस्तों पर कामयाबी हासिल करेगी लेकिन इस को अक्सरीयत मिलने की तवक़्क़ो नहीं है ।

माज़ूल डिक्टेटर ज़ीन इला बदीन बिन अली ने अपने दौर में इस पार्टी पर इमतिना आइद कर दिया था । लेकिन इस्लाम पसंदों और सैकूलर कुव्वतों के दरमयान पैदा शूदा कशीदगी की झलक तीवनस के मुज़ाफ़ात में इस वक़्त देखी गई जब अनहादा पार्टी के लीडर रशीद ग़नोशी वोट डालने पहूंचे जहां क़तार में मौजूद वोटरों ने उन के ख़िलाफ़ नारा बाज़ी की और उन से क़तार में खड़े होने का मुतालिबा करते हुए कहा कि अब इस मुल्क में जमहूरीयत क़ायम होचुकी है ।

आप भी सब के साथ क़तार में ठहर कर अपनी बारी का इंतिज़ार करें । जिस पर ग़नोशी ने मुस्कुराते हुए कहा कि अवाम के इस रद्द-ए-अमल से मुल्क में जमहूरीयत केलिए उन की उमंगों का इज़हार होता है । योरोपी यूनीयन इन इंतिख़ाबात का ख़ौरमक़दम करते हुए भरपूर ताईद की पेशकश की है ।