तीवनस (Tunisia) को इस्लामी मुल्क बनाने का मुतालिबा

आलिम अरब के सबसे ज़्यादा सैक्यूलर मुल्क तीवनस (Tunisia) को इस्लामी मुल्क बनाने का मुतालिबा करते हुए आज हज़ारों इस्लाम पसंदों ने सड़कों पर मुज़ाहरा किया । तीवनस(Tunisia) में नफ़ाज़ शरीयत पर ज़ोर देते हुए अवाम की बड़ी तादाद ने स्याह झंडियों के साथ एहतिजाजी मुज़ाहिरे करते हुए कहा कि इन के मुल्क को एक मज़हबी ममलकत बनाया जाए ।

तक़रीबन 8 हज़ार क़दामत पसंद सलफ़ी इस्लाम पसंदों ने दार-उल-हकूमत के हबीब बरग़ोबया मुक़ाम पर चढ़ कर एहतिजाज किया । ये मुक़ाम आलिम अरब में इन्क़लाबी तहरीक को फ़रोग़ देने 2011 का अहम मर्कज़ बना था । स्याह पर्चम लहराते हुए ये लोग शरीयत के नफ़ाज़ के नारे लगा रहे थे । तीवनस के नए दस्तूर में शरीयत के नफ़ाज़ पर ज़ोर दिया गया है ।

अबू जिहाद नामी एक नौजवान ने कहा कि ये ताक़त का मुज़ाहरा नहीं है बल्कि हमारे इस एहतिजाज का मतलब ये बताना मक़सूद है कि हम अपने मुल्क में नफ़ाज़ शरीयत के इंकार पर सड़कों पर हज़ारों अवाम को जमा कर सकते हैं । हम मुस्लिम मुल्क के शहरी हैं , यहां इस्लाम का दस्तूर होना चाहिये । इस्लामी क़वानीन के बगै़र हम ज़िंदा नहीं रह सकते ।

इस्लाम पसंदों ने अगरचे कि 2011 के इंक़लाबी तहरीक में कोई नुमायां रोल अदा नहीं किया लेकिन अब वो तीवनस में सयासी ग़लबा के बाद से हुकूमत में मज़हबी किरदार अदा करने की जद्द-ओ-जहद कर रहे हैं । अक्टूबर में दस्तूरी असेंबली का इंतेख़ाब हुआ था । सैक़्यूलर सदर ज़ीन इला बदीन बिन अली की बेदख़ली के लिए बरपा इंक़लाब के बाद अवाम ने पहली मर्तबा वोट दे कर अपना एक नया दस्तूर बनाया था ।

एतेदाल पसंद इस्लामी अनहदा पार्टी को इंतेख़ाबात में कामयाबी मिली है इस वक़्त वो हुकूमत में शामिल है । लेकिन इसने दो सैक्यूलर पार्टीयों के साथ मिलकर मख़लूत हुकूमत बनाई है । तीवनस में शराब पर पाबंदी का वायदा किया गया था लेकिन सैक़्यूलर तीवनस के बाशिंदों को फ़िक्र लाहक़ हो गई कि सख़्त गीर सल्फ़ी इस्लाम पसंदों की जानिब से अपने नज़रियात मुसल्लत करने की कोशिश से उनके शहरी आज़ादी पर असर पड़ेगा ।

इस्लाम पसंदों ने ख़वातीन को पर्दा करने , रेस्टूरेंटस में शराब की सरबराही पर पाबंदी आइद करने के इलावा इस एतेदाल पसंद मुल्क को क़दामत पसंद इस्लामी मुल्क बनाने पर ज़ोर दिया जा रहा है । एतवार के दिन रैली निकालते हुए अवाम की बड़ी तादाद ने इंक़लाबी तहरीक के मर्कज़ जमा होकर मुज़ाहरा किया ।