सी पी आई (ऐम) ने आज कहा कि बाद इंतिख़ाबात 1996 जैसी सूरत-ए-हाल का जैसा होगा और बी जे पी को इक़तिदार से दूर रखने कांग्रेस भी सेकूलर जमातों की किसी हुकूमत की ताईद के लिए मजबूर होजाएगी।
कमीयूनिस्ट पार्टी ने इस इमकान को भी रद नहीं किया कि नरेंद्र मोदी की ज़ेर-ए-क़ियादत बी जे पी, एन डी ए को इक़तिदार से दूर रखन के लिए अना डी एम के भी तीसरे महाज़ में शामिल होजाएगी जिस तरह 1996 में कांग्रेस के बाहर से ताईद के साथ देवगौड़ा की ज़ेर-ए-क़ियादत सेकूलर तीसरे महाज़ की सेकूलर हुकूमत का क़ियाम अमल में लाया गया था, सी पी आई (ऐम) के जनरल सेक्रेटरी प्रकाश करात ने कहा कि ये बात इंतिख़ाबी नताइज पर मुनहसिर होगी।
एक ऐसी सूरत-ए-हाल पैदा होगी जहां कांग्रेस को एक मुतबादिल सेकूलर जमात के क़ियाम की कोशिशों में कलीदी रोल अदा करना होगा।
प्रकाश करात ने मज़ीद कहा कि अगर कांग्रेस नहीं चाहती कि मर्कज़ बी जे पी की ज़ेर-ए-क़ियादत हुकूमत तशकील ना पाए तो इस मुतबादिल सेकूलर हुकूमत के क़ियाम के लिए अहम रोल अदा करना होगा।
उन्होंने कहा कि कई इलाक़ाई जमातें हैं जो ताक़तवर हैं और बी जे पी के ख़िलाफ़ मुक़ाबला कररही हैं। ये जमातें तशकील हुकूमत के लिए बी जे पी में शामिल नहीं होंगी। प्रकाश करात ने कहा कि चंद ऐसी भी सेकूलर जमातें हैं जो मौक़ा पुरसताना अंदाज़ में बी जे पी से मिली हुई हैं और हम जानते हैं कि वो (जमातें) कौन हैं लेकिन अक्सर इलाक़ाई जमातें ग़ैर कांग्रेस और ग़ैर बी जे पी ज़मुरा की हैं।