साल 2014 के इंतिखाबी दंगल की तैयारी शुरू है। दर्जन भर उम्मीदवार पीएम बनने का ख्वाब देख रहे हैं। पर फ़िर्क़ा वाराना ताकतों को हराने के लिए लालू यादव मैदान में आ गया है। मेरा निशाना कांग्रेस नहीं, मुल्क की उन ताकतों को हराने का है जो आजादी के वक़्त के जैसा दंगाई माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अब जनता को सोचना है कि वे मुल्क तोडऩे वालों का साथ देंगे या जोडऩे वालों का। ये बातें राजद सरबराह लालू प्रसाद यादव ने जुमा को रांची में कही।
लालू यादव ने कहा कि आजादी दिलाने में मुस्लिम भाइयों का बड़ा तावून रहा है। कहा कि आज नरेंद्र मोदी की लहर की बातें कॉरपोरेट और मीडिया के लोग एक साजिश के तहत बता रहे हैं। हकीकत यह है कि जो लहर बिहार में होगा वही मुल्क में होगा। चारा घोटाले के मामले में चल रही सुनवाई पर उन्होंने कहा कि अदालत पर उन्हें पूरा भरोसा है। उनका केश नो एविडेंस केश है। उन्हें फंसाया गया है, वे बाइज्जत बरी होंगे।
वे नमो नमो… मैं कनो कनो…
लालू यादव ने कहा कि मुल्क में कहीं भी नरेंद्र मोदी की लहर नहीं है। वे भाजपा से वजीरे आजम ओहदे के उम्मीदवार हैं। भाजपा पार्टी नहीं आरएसएस का मुखौटा है। मोदी इसके लीडर हैं, वे पूरे मुल्क में घूम-घूम कर फ़िर्क़ा फैलाने के हिडन एजेंडे पर काम कर रहे हैं। पर मुल्क की आवाम उन्हें जानती है। वे नमो नमो करते हैं, मैं कनो-कनो (कानोकान) करता हूं।
बोर्ड में अक्लियतों की हिस्सेदारी बढ़े
इस दौरान कारकुनान ने झारखंड के बोर्ड-कॉर्पोरेशन में मुस्लिम की हिस्सेदारी यकीन करने, मदरसा बोर्ड ग्रांट दिलाने, उर्दू को तरजीह देते हुए टेट पास उम्मीदवारों की बहाली में तेजी लाने के लिए हुकूमत के वज़ीरों को हिदायत देने की मुताल्बा की।