पाकिस्तान और हिंदूस्तान ने तुर्कमानिस्तान से गैस की ख़रीदारी का मुआहिदा (डील) करलिया , मुआहिदे के बाद 20 साल से इलतिवा का शिकार तापी गैस पाइपलाइन का अहम मंसूबा हक़ीक़त से एक क़दम और नज़दीक आगया है। तुर्कमानिस्तान के दार-उल-हकूमत इशक़ाबाद में हिंदूस्तानी कंपनी गेल लिमीटेड और पाकिस्तानी कंपनी एंटर स्टेट गैस सिस्टम ने तुर्कमानिस्तान से 9 करोड़ मकअब फ़ीट गैस यौमिया की ख़रीदारी का मुआहिदा (डील) किया है।
इस मौक़ा पर अफ़्ग़ानिस्तान ने भी तुर्कमानिस्तान के साथ इस शोबे में तआवुन (मदद) (मदद) के लिए मुफ़ाहमत की याददाश्त पर दस्तख़त किए। अफ़्ग़ानिस्तान और तुर्कमानिस्तान के दरमयान गैस की ख़रीदारी का मुआहिदा (डील) भी जल्द मुतवक़्क़े है जिस के बाद चारों ममालिक को इस मंसूबे के लिए सरमाया कार तलाश करना होंगे।
साल 2008 के अंदाज़े के मुताबिक़ इस पाइपलाइन पर 7 अरब 60 करोड़ डालर लागत आएगी। तुर्कमानिस्तान के पास दुनिया का चौथा बड़ा गैस ज़ख़ीरा है जबकि जुनूबी एशिया को तवानाई के सस्ते ज़राए की शिद्दत से ज़रूरत है लिहाज़ा टापी या तुर्कमानिस्तान, अफ़्ग़ानिस्तान, पाकिस्तान और इंडिया गैस पाइपलाइन मंसूबा ख़ित्ते में अमन और इक़तिसादी तरक़्क़ी की नई राहें खोल सकता है।
एशियाई तरक़्क़ीयाती बैंक (ए डी बी) की तरफ़ से जारी करदा ब्यान में इस पेशरफ़्त को हक़ीक़ी माअनों में इलाक़ाई ताल्लुक़ात में एक बेमिसाल नया बाब और तारीख़ी लम्हा क़रार दिया है।