तुर्की की स्थिति पर विश्व नेताओं की चिंता

तुर्की सेना के विभिन्न क्षेत्रों के शीर्ष कमांडरों ने टेलीविजन पर आकर लोकतांत्रिक सरकार के खिलाफ विद्रोह को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने विद्रोह की इस कोशिश का आरोप तुर्की सेना के एक छोटे समूह पर लगाया हे। विश्व समुदाय तुर्की में राजनीतिक अराजकता और देश को मार्शल लॉ द्वारा ढकेलने की कड़ी निंदा सामने आ रही है।

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल के प्रवक्ता स्टीफ़न ज़ाइबार्ट ने शनिवार की सुबह तुर्की की स्थिति के बारे में एक ट्विट संदेश में कहा, ” लोकतांत्रिक संस्थाओं का सम्मान किया जाना चाहिए और तुर्की में मानव जीवन की सुरक्षा के लिए सभी संभव उपाय किए जाने चाहिए।

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सभी पक्षों से आग्रह किया है कि वे तुर्की की लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित सरकार का समर्थन करें। ओबामा ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ एक बैठक के बाद एक बयान में सभी तुर्कों से संयम दिखाने और हिंसा और रक्तपात से दूर रहने की मांग किया। ओबामा ने तुर्की की स्थिति के बारे में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से टेलीफोन पर चर्चा की जो सीरिया के संकट के बारे में रूसी अधिकारियों के साथ बातचीत के क्रम में मास्को में हैं।

जॉन केरी ने तुर्की की अत्यंत जटिल और अस्पष्ट स्थिति पर अमेरिका की गहरी चिंता जताई। केरी ने कहा कि उन्होंने तुर्क विदेश मंत्री के साथ टेलीफोन पर बात-चीत की है और उन्हें अमेरिका से तुर्की की लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित नागरिक सरकार और लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत समर्थन का आश्वासन दिया।