परिजनों के मुताबिक 20 मई को शुभम अपने दोस्तों के साथ दिल्ली से तुर्की के इस्तांबुल में घूमने के लिए गया था, जहां 24 मई उसके साथ ये हादसा हुआ। 22 वर्षीय शुभम अमेरिका में नौकरी करता था और दिल्ली में एक समारोह को आया था। समारोह के बाद 20 मई को शुभम अपने दोस्त के साथ दिल्ली से तुर्की घूमने चला गया था।
परिजनों के अनुसार 24 मई को तुर्की के शहर इस्तांबुल में दोनों दोस्त घूम रहे थे। इसी दौरान कुछ बदमाशों ने उनका रास्ता रोक लिया। शुभम के विरोध करने पर पहले उन्होंने चाकू से हमला किया और बाद में गोली मार दी। जिस कारण शुभम की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास की मदद से शुभम का शव सोमवार सुबह दिल्ली पहुंचा और आज ही रुड़की में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। जवान बेटे की मौत से परिवार सदमे में है। सांत्वना देने के लिए लोग उनके आवास पहुंच रहे हैं।
शशांक गोयल रुड़की के सिविल लाइन इलाके में रहते है। उनके दो बेटे है। बड़े बेटे का नाम शुभम गोयल है, जो अमेरिका में बीटेक करने के बाद नौकरी कर रहा था। छोटा भाई भी अमेरीका में बीटेक की पढ़ाई कर रहा है।