तुर्की में शामी पनाह गुज़ीनों की जबरी मुल्क बदरी जारी – एमनेस्टी

यूरोपीय यूनीयन के साथ एक हालिया मुआहिदे के तनाज़ुर में तुर्क हुक्काम ने अपने यहाँ मौजूद शामी तारकीने वतन के ख़िलाफ़ कार्यवाहीयां तेज कर दी हैं। इन्सानी हुक़ूक़ की तन्ज़ीमों का दावा है कि तुर्क हुक्काम मुहाजिरीन की जबरी तौर पर मुल्क बदरी कर रहे हैं।

सूरज की पहली किरण इस्तांबूल के एक फ़्लैट में मुक़ीम शामी पनाह गज़ीन गादा और इस के पाँच बच्चों के लिए ख़ौफ़ और नाउमीदी का पैग़ाम लिए आई। छत्तीस साला गादा और इस के बच्चे गहरी नींद में थे कि पुलिस ने धावा बोल डाला और उन सबको एक बस पर सवार कर के कहीं रवाना कर दिया। उन्हें ये तक नहीं बताया गया कि उनका क़सूर किया है।

सात अफ़राद के इस ख़ानदान का ताल्लुक़ शोर्श ज़दा मुल्के शाम के शहर हलब से है। उनको क़रीब दो हफ़्ते क़ब्ल इस्तांबूल के एक हिरासती मर्कज़ भेज दिया गया, जहां चौबीस घंटे पुलिस की निगरानी रहती है और ऊंची ऊंची दीवारों पर बाड़ें नसब हैं।