तुर्की: शामी मुहाजिरीन कम उजरत पर काम करने पर मजबूर

तुर्की में बाईस लाख से ज़ाइद शामी मुहाजिरीन क़ानूनी तौर पर काम नहीं कर सकते। इसी मजबूरी का फ़ायदा उठाते हुए तुर्की के आजिर शामी मज़दूरों को कम उजरत पर काम देकर उनका इस्तेहसाल कर रहे हैं।

इस्ताम्बूल में एक हार्डवेयर की दूकान के मालिक, पैंतालीस साला अल्तान का कहना है, यहां बहुत से शामी मुहाजिर मज़दूरी की तलाश में हैं और मुझे ये लोग तुर्कों की निसबत सस्ते पड़ते हैं।

अलतान ने अपनी दूकान पर दो शामियों को काम दे रखा है और वो उन्हें यौमिया 8.70 डॉलर उजरत देता है जो कि तुर्क मज़दूरों के मुक़ाबले में तक़रीबन आधी है। अंकरा हुकूमत अब शामी मुहाजिरीन को तुर्की में काम करने की क़ानूनी इजाज़त देने के मंसूबे पर काम कर रही है।

आदादो शुमार के मुताबिक़ दो लाख पच्चास हज़ार से ज़ाइद शामी बाशिंदे तुर्की में गै़र क़ानूनी तौर पर काम कर रहे हैं। तुर्क आजिरों को शामी मुहाजिरीन की सूरत में सस्ती लेबर मिल रही है और तारकीने वतन को भी काम मिल रहा है।