तुर्क अवाम कुर्दों से ज़्यादा ‘जिहादीयों’ से ख़ौफ़ज़दा

तुर्की के रोज़नामा जम्हूरीयत और अल मॉनीटर वेबसाइट के सियासी कॉलम निगार सुमैया अदीज़ ने कहा है कि तुर्क अवाम की अक्सरीयत पी के के के ख़िलाफ़ ऑप्रेशन के बारे में शकूको शुबहात रखती है।

तुर्की ने अज़म का इज़हार किया है कि वो कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पी के के) के ख़िलाफ़ फ़िज़ाई कार्यवाहीयां जारी रखेगा। हाल ही में तुर्की ने कुर्दों और दाइश के शिद्दत पसंदों के ख़िलाफ़ दो जहती जंग का ऐलान किया था मगर तुर्क अवाम कुर्द तंज़ीम के ख़िलाफ़ कार्यवाईयों के बारे में तज़बज़ब का शिकार हैं।

तुर्की के सदर रजब तैयब उर्दुआन की हुक्मरान जमात जस्टिस ऐंड डेवलप्मेंट (ए के) पार्टी के मुताबिक़ तुर्की को दाइश और कुर्द अलाहिदगी पसंदों की जानिब से दहशतगर्दी का दोहरा ख़तरा दर्पेश है।

मगर गुज़िश्ता चंद रोज़ के दौरान होने वाली बमबारी का हदफ़ इराक़ में कुर्द बाग़ीयों के ठिकाने थे। तीन दहाईयों से पी के के कुर्द अक़लीयत के हुक़ूक़ के लिए जंग में मसरूफ़ है।

ताहम तुर्की में किए गए एक हालिया जायज़े के मुताबिक़ तुर्क अवाम की अक्सरीयत “जिहादीयों” को मुल्की सरहद के लिए सबसे बड़ा ख़तरा समझती है।