रूस ने कहा है कि शाम (सीरिया) के तुर्क जहाज़ मार गिराने के वाक़िया को इश्तिआल अंगेज़ी की नज़र से ना देखा जाय बल्कि रूस ने आलमी बिरादरी को इस वाक़िया को मिसाल बनाकर शाम (सीरिया) के ख़िलाफ़ पाबंदीयां आइद करने के ख़िलाफ़ ख़बरदार भी किया है।
गुज़िश्ता जुमा को शाम (सीरिया) ने तुर्की का जेट तय्यारा मार गिराया जिस के बाद रूस ने पहली बार रद्द-ए-अमल ज़ाहिर किया है। तुर्की के साथी नाटो ममालिक (देश) ने शाम (सीरिया) की कार्रवाई की सख़्त मुज़म्मत करते हुए इसे नाक़ाबिल-ए-क़बूल क़रार दिया लेकिन किसी फ़ौजी कार्रवाई की बात नहीं की ।
रूस ने एक ब्यान में कहा कि आलमी बिरादरी तहम्मुल (शांती) से काम ले और ये कि इस वाक़िया की वजह से शाम (सीरिया) की सयासी मुख़ालिफ़त निहायत ख़तरनाक साबित हो सकती है नीज़ कोफ़ी अन्नान का छः नकाती अमन मंसूबा नाकाम हो सकता है।