तुलसी प्रजापति फ़र्ज़ी एनकाउंटर में चार्च शीट पेश : अमीत शाह भी मुल्ज़िम

सी बी आई ने 2006 में पेश आए तुलसी राम प्रजापति के फ़र्ज़ी एनकाउंटर मुक़द्दमा में एक ख़ुसूसी अदालत में चार्च शीट पेश कर दी जिस में साबिक़ ( पूर्व) मिनिस्टर आफ़ स्टेट दाख़िला गुजरात अमीत शाह का नाम भी दीगर ( अन्य) 19 मुल्ज़मीन ( आरोपीयों) के साथ शामिल है ।

अमीत शाह चीफ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी के करीबी साथियों में शुमार किए जाते हैं। एडीशनल चीफ जोडीशीय कल मजिस्ट्रेट ए वाई दावे ने चार्च शीट क़बूल करते हुए उसे इस के परिणाम का जायज़ा लेने का ऐलान किया है और कहा कि अदालत पहले इस चार्ज शीट के साथ पेश किए गए दस्तावज़ात का जायज़ा लेगी और केस की आइन्दा समाअत ( सुनवायी) 10 अक्टूबर को मुक़र्रर की है ।

सी बी आई की जानिब से 4 अगस्त को दाँता कोर्ट में चार्ज शीट पेश की गई थी जिस में 20 मुलज़मीन ( आरोपीयों) के नाम शामिल थे । इन में अमीत शाह का नाम भी शामिल था । उन पर क़त्ल मुजरिमाना साज़िश सबूत-ओ-शवाहिद को मिटाने और दीगर ( अन्य) संगीन इल्ज़ामात आइद किए ( लगाए) गए थे ।

हाइकोर्ट ने 25 सितंबर को कुछ मुलज़मीन की जानिब से पेश की गई दरख़ास्तों पर कहा था कि सी बी आई की ख़ुसूसी अदालत जो अहमदाबाद में वाक़्य ( मौजूद/ स्थित) है वही इस केस की समाअत ( सुनवायी) की मजाज़ ( लक्षण) है । इसी अदालत में चार्ज शीट पेश की जानी चाहीए ।

मुलज़मीन ने अपनी दरख़ास्त में दाँता कोर्ट पालन पुर की अदालत में चार्ज शीट पेश किए जाने पर एतराज़ किया था । मुलज़मीन के इलावा उस वक़्त की आई जी पी सी आई डी क्राईम गीता जौहरी साबिक़ डी जी पी गुजरात पी सी पांडे डिप्टी सुप्रीटेंडेंट पुलिस आर के पटेल राज कुमार पांडियन और अमीत शाह की जानिब से उठाए गए एतराज़ात को अदालत ने मुस्तर्द कर दिया था और कहा था कि दाँता की अदालत भी इस चार्ज शीट को क़बूल करने की मजाज़ है ।

इस के बाद इन मुलज़मीन (आरोपी) की जानिब से फैसले को हाइकोर्ट में चैलेंज किया गया था । हाइकोर्ट ने सी बी आई को हिदायत दी थी कि वो चार्ज शीट और दीगर तमाम मुताल्लिक़ा दस्तावेज़ात जो इस केस से मुताल्लिक़ हों सी बी आई की ख़ुसूसी अदालत में पेश किए जाएं ।

अमीत शाह सुहराब उद्दीन फ़र्ज़ी एनकाउंटर केस में भी असल मुल्ज़िम हैं । सुहराब उद्दीन शेख के साथ उन की शरीक ए हयात ( बीवी) कौसर बी को भी हलाक कर दिया गया था । अमीत शाह को तुलसी राम प्रजापति के फ़र्ज़ी एनकाउंटर में भी साज़िश का असल सरग़ना क़रार दिया गया है ।

तुलसी राम प्रजापति को 28 सिसम्बर 2006 में दाँता पालन पुर के गावं छापरी में हलाक कर दिया गया था । 27 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने सी बी आई की इस दरख़ास्त को मुस्तर्द कर दिया था कि अमीत शाह को मंज़ूर की गई ज़मानत मुस्तर्द कर दी जाय । अमीत शाह अब बी जे पी के रुकन ( सदस्य) असेंबली हैं।